पाला बदलने वाले विधायकों पर भड़की राबड़ी देवी, कहा- हमारे विधायक को 10-10 करोड़ में खरीदा...पैसा लेने वाला लोग और पैसा देने वाला लोग दोनों बेशर्म है..

राबड़ी देवी से जब राजद के चार और कांग्रेस के दो विधायक के पाला बदलने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- हमारे विधायक को 10-10 करोड़ में खरीदा गया है. हम तो यही कहना चाहते हैं कि पैसा लेने वाला लोग और पैसा देने वाला लोग दोनों बेशर्म है. यदि हमारी पार्टी से उनको जाना था, हमारे यहां उनको अच्छा नहीं लग रहा था तो इस्तीफा देकर जाते.

पाला बदलने वाले विधायकों पर भड़की राबड़ी देवी, कहा-  हमारे विधायक को 10-10 करोड़ में खरीदा...पैसा लेने वाला लोग और पैसा देने वाला लोग दोनों बेशर्म है..

PATNA: बिहार में जबसे एनडीए की सरकार बनी हैं, तबसे लगातार विधायकों के पाला बदलने का सिलसिला चल रहा हैं. इस बीच महागठबंधन के तीन विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं. वही, फ्लोर टेस्ट से लेकर अबतक महागठबंधन के छह विधायक पाला बदल चुके हैं. ऐसे में अब सत्ता में काबिज सरकार पर बिहार विधान परिषद की नेता विपक्ष राबड़ी देवी ने जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि- ये भ्रष्टाचारियों की सरकार है और इस सरकार में डकैती, किडनैपिंग और अन्य तरह की आपराधिक  घटनाओं का बोलबाला होता है 

बता दें की, राबड़ी देवी से जब राजद के चार और कांग्रेस के दो विधायक के पाला बदलने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- हमारे विधायक को 10-10 करोड़ में खरीदा गया है. हम तो यही कहना चाहते हैं कि पैसा लेने वाला लोग और पैसा देने वाला लोग दोनों बेशर्म है. यदि हमारी पार्टी से उनको जाना था, हमारे यहां उनको अच्छा नहीं लग रहा था तो इस्तीफा देकर जाते.

वही, जब उनसे कहा गया की पाला बदलने वाले विधायक यह कह रहे हैं कि-वो लोग तेजस्वी यादव के साथ खुश नहीं थे उनके काम से संतुष्ट नहीं है, इसके जवाब में राबड़ी देवी ने कहा कि - उनको नजर नहीं आ रहा है की आज कैसे तेजस्वी यादव के साथ इतने लोग खड़े हैं और यदि वो तेजस्वी के काम से संतुष्ट नहीं है तो फिर कैसे चुनाव जीत कर आये हैं. वह विधायक बने कैसे? हमने टिकट दिया और उनको चुनाव लड़वाया तभी तो वह विधायक बनें, वरना वो कहां विधायक बने हुए थे.

मालूम हो, राबड़ी देवी ने स्कूल और शिक्षा विभाग से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि - जो भी बात मुख्यमंत्री कहते हैं वो खुद में एक कानून बन जाता है तो फिर जो कानून पास हैं उस पर काम करना चाहिए. वैसे शिक्षकों को भी समझना चाहिए कि घर में बैठकर और अपनी मर्जी चलाकर नौकरी थोड़े न होता है. यह तो गलत बात है न पढ़ाने का काम है तो पढ़ाइए.