सीएम नीतीश की पुलिस का कारनामा, चेकिंग के नाम पर स्वर्ण व्यवसायी से लूटे 35 लाख, थाना प्रभारी हिरासत में..

बिहार के छपरा से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है, जहां प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा का जिम्मा अपने कंधों पर उठाने वाली रक्षक (बिहार पुलिस) ही अब भकक्षक बन चुकी है..

सीएम नीतीश की पुलिस का कारनामा, चेकिंग के नाम पर स्वर्ण व्यवसायी से लूटे 35 लाख, थाना प्रभारी हिरासत में..

CHHAPRA: बिहार के छपरा से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है, जहां प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा का जिम्मा अपने कंधों पर उठाने वाली रक्षक (बिहार पुलिस) ही अब भकक्षक बन चुकी है। जी हां...सारण पुलिस ने कारनामा ही कुछ ऐसा कर डाला है। दरअसल, सारण पुलिस ने गाड़ी चेकिंग के नाम पर एक स्वर्ण के 35 लाख रुपये लूट लिए। इतना ही नहीं पुलिस ने उसे पैसे लेने के बाद व्यवसायी को मौके से डांट-डपटकर भगा दिया। जिसके बाद एसपी कुमार आशीष ने मकेर थाना प्रभारी रवि रंजन कुमार के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। थाना प्रभारी से पूछताछ के बाद उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं ड्राइवर की तलाश जारी है।

मिली जानकारी के अनुसार घटना बीती रात की है। जब कोलकाता का एक स्वर्ण व्यवसाई छपरा में सोने के गहनों की डिलीवरी कर राशि की वसूली कर सारण जिले के मकेर थाना होकर एनएच 722 के रास्ते मुजफ्फरपुर की ओर जा रहा था, तभी मकेर थाना पुलिस रेवा घाट पुल के पास वाहन चेकिंग कर रही थी। आरोप है कि थानाध्यक्ष रवि रंजन कुमार और ड्राइवर इस स्वर्ण व्यवसायी के वाहन को जांच के नाम पर रुकवाया और वाहन की तलाशी ली।

तलाशी के दौरान जब स्वर्ण व्यवसायी की गाड़ी से 35 लाख रुपये नकद मिले तो पुलिसकर्मियों ने कारोबारी से वह जबरन छीन लिए। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट और उसे वहां से भगा दिया। इस घटना की जानकारी पीड़ित व्यवसायी ने सारण एसपी कुमार आशीष को दी। जिसके बाद एसपी ने त्वरित कार्रवाई का निर्देश देते हुए थाना प्रभारी से पूछताछ की और उसे हिरासत में ले लिया।

वहीं, मकेर थाना का ड्राइवर इस मामले में फरार हो गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है। इस मामले में लूट की पूरी रकम बरामद हो गई है। हालांकि अभी तक इस मामले में सारण एसपी ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।