मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले, 34 एजेंडों पर लगी मुहर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कैबिनेट की बेठक में कुल 34 एजेंडों पर मुहर लगी।

PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कैबिनेट की बेठक में कुल 34 एजेंडों पर मुहर लगी। बरबीधा के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार को सेवा से बर्खास्त किया गया है। नगर विकास विभाग में एकीकृत शहरी अभियंत्रण संगठन के 71 कार्यायलयों के सुचारू रूप से संचालन के लिए 663 विभिन्न कोटि के गैर तकनीकी पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है।
इस पर प्रतिवर्ष 35 करोड़ 27 लाख 48 344 रू खर्च होंगे। पश्चिम चंपारण के सिकटा अंचल के तत्कालीन अंचल अधिकारी रमन राय जो वर्तमान में किशनगंज में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी थे, उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त संशोधन नियमावली 2025 की स्वीकृति दी गई है। महाधिवक्ता कार्यालय में 34 स्थाई पद तथा संविदा आधारित 6 पद कुल 40 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है।
दंत चिकित्सकों की स्वीकृत डायनेमिक एसीपी को अब 1 अप्रैल 2017 के प्रभाव से स्वीकृत किया गया है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में अपर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के 104 पद एवं राजस्व अधिकारी सह कानूनगो (भू-अर्जन) के 81 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है। मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर, वाल्मिकीनगर, भागलपुर और सहरसा में हवाई अड्डा बन सकता या नहीं इसके अध्ययन कराया जाएगा। इस काम के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India), नई दिल्ली को चुना गया है। इस लिए कुल 2,43,17,676 की राशि दी गई है। मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान जो वादे किए गए थे, उनके अनुसार बिहार के 8 जिलों (मधुबनी, गोरौल, शाम्हों, इमामगंज, अधौरा, कटोरिया, असरगंज और चकाई) में नए डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे।
इन कॉलेजों के लिए कुल 526 पदों को मंजूरी दी गई है। इनमें से 422 पद शिक्षक वर्ग के होंगे (हर कॉलेज में एक प्रिंसिपल यानी प्रधानाचार्य भी शामिल), और 104 पद गैर-शिक्षक (शिक्षकेत्तर) स्टाफ के होंगे। सीतामढ़ी जिले में स्थित मां सीता की जन्मस्थली पुनौराधाम को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या की तरह पूरी तरह से विकसित किया जाएगा। इसके लिए उसी डिजाइन कंसल्टेंट को चुना गया है, जिसने अयोध्या में राम मंदिर बनवाया था। इसके लिए नोएडा की कंपनी मेसर्स डिजाईन एसोसिएट्स इन्कॉरपोरेटेड को चुना गया है।