के के पाठक ने माले एमएलसी संजय सिंह की पेंशन पर लगाई रोक, मचा सियासी बवाल

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। सरकारी स्कूलों की टाईमिंग सेट करने के बाद के के पाठक ने अब माले एमएलसी संजय सिंह की पेंशन पर रोक लगा दी है। जिसके बाद से सियासी बवाल मचा हुआ है। पाठक ने ये एक्शन विभाग के द्वारा जारी नियमों के उलंघन के बाद ली है।

के के पाठक ने माले एमएलसी संजय सिंह की पेंशन पर लगाई रोक, मचा सियासी बवाल
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PATNA: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। सरकारी स्कूलों की टाईमिंग सेट करने के बाद के के पाठक ने अब माले एमएलसी संजय सिंह की पेंशन पर रोक लगा दी है। जिसके बाद से सियासी बवाल मचा हुआ है। पाठक ने ये एक्शन विभाग के द्वारा जारी नियमों के उलंघन के बाद ली है।

आपको बता दें कि विभाग की तरफ से टीचरों और शिक्षक नेताओं को साफ तौर यह चेतावनी दी गई थी कि यदि वह मीडिया, सोशल मीडिया और अखबारों में अनर्गल बयान देंगे तो उनपर सख्त कार्रवाई होगी। एसीएस पाठक ने यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ फुटाब के कार्यकारी अध्यक्ष बहादुर सिन्हा के पेंशन और वेतन पर भी रोक लगाई गई है। संजय सिंह इसी शिक्षक संघ के महासचिव हैं और वामदल सीपीआई से भी जुड़े हुए हैं। दोनों पर शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों को दिए गए निर्देशों का विरोध नहीं करने पर कार्रवाई की गई है।

केके पाठक का यह एक्शन बिहार में बड़ा सियासी हंगामा खड़ा कर सकता है। संजय सिंह प्रोफेसर होने के साथ ही राजनीतिक पहुंच रखते हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग के आदेश को तुलगकी फरमान बताया है और नीतीश सरकार के खिलाफ धरने का ऐलान भी कर दिया है।

बता दें कि संजय सिंह तिरहुत शिक्षक सीट से एमएलसी हैं। इसके अलावा वे यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी हैं। सीपीआई अभी नीतीश सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है। पार्टी के बिहार विधानसभा में दो विधायक हैं। इसके अलावा सीपीआई विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन का हिस्सा है। इसमें सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी शामिल है। केके पाठक के इस एक्शन से जेडीयू और सीपीआई के बीच तकरार की आशंका बढ़ गई है।