सदन में तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश समेत बीजेपी पर जमकर निकाली भड़ास
सदन में तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जब महागठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जा रहे थे। तो कम से कम एक बार बता तो देते। तेजस्वी ने कहा कि दशरथ नहीं चाहते थे राम वनवास जाएं। कैकयी चाहती थी, इसलिए कैकयी को भी पहचानिए।
PATNA: बिहार में नीतीश कुमार के विधानसभा में बहुमत साबित करने के साथ ही प्रदेश में सियासी भूचाल थम गया है। सीएम नीतीश के भाषण के दौरान ही आरजेडी समेत महागठबंधन के सारे नेता आग-बबूला होकर सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल गए। नीतीश कुमार के पक्ष में 129 विधायकों ने वोट दिया वहीं 1 वोट विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी का भी मिला..जिसके बाद कुल मिलाकर नीतीश के पक्ष में 130 वोट पड़े। सदन की कार्यवाही के दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार समेत बीजेपी के सभी नेताओं पर जमकर भड़ास निकाली। तेजस्वी यादव ने आरजेडी का चोला छोड़ एनडीए का समर्थन देने वाले आरजेडी विधायक नीलम देवी, चेतन आनंद और प्रहलाद यादव पर भी भड़ास निकाली।
सदन में तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जब महागठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जा रहे थे। तो कम से कम एक बार बता तो देते। तेजस्वी ने कहा कि दशरथ नहीं चाहते थे राम वनवास जाएं। कैकयी चाहती थी, इसलिए कैकयी को भी पहचानिए। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को चाचा संबोधित करते हुए कहा कि उनका भतीजा बीजेपी के झंडे को रोकेगा। वहीं बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश जी कब तक भाजपा के साथ रहेंगे, इसकी क्या मोदी जी गारंटी लेंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम तो नीतीश जी को दशरथ जो राम के पिता थे उनके रूप में मानते हैं। कई बार आप लोगों के सामने कहा था कि यही आगे बढ़ेगा, यही करेगा। ठीक है नौजवान ही न आगे बढ़ेगा, आगे काम करेगा। कई बार इनकी मजबूरियां रही होंगी जैसे राजा दशरथ की थी। राम को वनवास भेज दिया गया, लेकिन हम मानते हैं कि हम वनवास नहीं आए हैं, बल्कि हमको इन्होंने जनता के बीच भेजा है जनता के सुख-दुख का भागीदार बनने के लिए भेजा है।
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि पहली बार आपने अपने से जब दूर किया उस वक्त क्या मजबूरी थी नहीं पता, किसी को नहीं पता, लेकिन जब पहली बार दूर किया तो एक ही बात निकलकर आई थी कि आपने कहा था कि जो मेरे ऊपर केस मुकदमा है उसके बारे में हम बता दें। हम तो इज्जत देते हैं आगे भी देंगे। आपको समझना पड़ेगा, लेकिन बिहार की जनता जानना चाहती है कि आप कभी इधर रहते हैं कभी उधर, आखिर क्या मजबूरी है कि निर्णय लेना पड़ा?
पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि आज ही तो हमें बोलने का मौका मिला है, इसके बाद हम जनता के बीच में रहेंगे। हमें कोई चिंता नहीं है। हमलोग इधर उधर नहीं जाते हैं, विचारधारा को मानने वाले लोग हैं। मैं लालू जी का बेटा हूं, डरूंगा नहीं। 17 महीने में रिकॉर्ड नौकरी दी। सुस्त मुख्यमंत्री को दौड़ना सिखाया। हमने 17 महीने में वो काम करके दिखाया है जो कई सालों से नहीं हुआ था। बीजेपी पर भी हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी किसी का सम्मान नहीं बल्कि डीलिंग करती है।