पटना में 12 मई को कलश यात्रा निकालेंगे बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री, जानें कैसी होगी सुरक्षा
बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री जिनको जनता बागेश्वर बाबा के नाम से संबोधित करती है आज 12 मई को पटना के नौबतपुर थाना अंतर्गत तरेत पाली मठ में हनुमंत कथा कहने वाले हैं. आपको बता दे की 13 मई से 17 मई के बीच इसका आयोजन किया गया है. जहाँ 12 मई को कलश यात्रा के साथ हनुमंत कथा का शुभारंभ होगा और 15 मई को दिव्य दरबार लगेगा |
NBC24 DESK- नौबतपुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज ने बताया कि करीब तीन सौ पुलिस बल की मांग जिले प्रशासन से की गई है. साथ ही कथा स्थल पर सादे लिबास में भी कुछ पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे, जो भीड़ का हिस्सा बनकर असामाजिक तत्वों पर नजर रखेंगे.
इन सबके बीच जब से धीरेंद्र शास्त्री के पटना आगमन की जानकारी हुयी है, तबसे ही बिहार में सियासी घमासान छिड़ गया है. जिसको देखते हुए धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है.
पटना आगमन से लेकर उनके तरेतपाली में रहने तक की कड़ी सुरक्षा की गयी है. पहले उन्हें एयरपोर्ट से सुरक्षा घेरे में तरेतपाली पहुंचाने की व्यवस्था होगी.
नौबतपुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज ने बताया कि लगभग 300 पुलिस बल की मांग जिला प्रशासन से की गई है. जल्द ही जिला प्रशासन सुरक्षा का ब्यौरा दे सकता है.
12 को आएंगे पटना पंडित धीरेन्द्र शास्त्री उर्फ़ बागेश्वर बाबा
पंडित धीरेंद्र शास्त्री 12 मई को पटना एयरपोर्ट पर उतरेंगे. आगमन के समय एयरपोर्ट पर अधिक भीड़ ना हो इसका भी भरपूर ख्याल रखा जाएगा. आयोजकों ने कार्यक्रम में लाखों की भीड़ होने की बात कही है. इसीलिए प्रशासन उसी के अनुरूप भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था करेगा.
हाल ही में उनके आगमन को लेकर पक्ष और विरोध में दिए गए बयानों के बाद प्रशासन अत्यधिक सतर्कता बरत रहा है. साथ ही अग्निशमन दल और मेडिकल टीम की भी तैनाती रहेगी. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा में उनके साथ रहने वाले अधिकारी और पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा में कोई कमी नहीं बरतेगी |
आपको बता दे कि…..कलश यात्रा से होगी हनुमंत कथा की शुरुआत
नौबतपुर के तरेतपाली गांव स्थित भगवान राघवेंद्र की धरती पर पंडित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कार्यक्रम 12 मई से कलश यात्रा के साथ शुरू होगा. कलश यात्रा में 7500 महिलाएं भाग लेंगी. बताया जाता है कि कार्यक्रम के लिए 7500 कलश का निर्माण हो चुका है.