आनंद मोहन को बदमाश मानते थे सीएम नीतीश, जेल मैनुअल में संशोधन का किया विरोध, मांझी ने किया बड़ा खुलासा
मांझी ने गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे आनंद मोहन की रिहाई को लेकर हमला बोला है। सोशल मीडिया के माध्यम से मांझी ने जेल मैनुअल में संशोधन को लेकर नीतीश कुमार से बड़ा सवाल कर दिया है।
PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कभी ताल से ताल मिलाकर चलने वाले हम प्रमुख जीतन राम मांझी इन दिनों सीएम नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। बीपीएससी शिक्षक भर्ती को लेकर ईडी जांच की मांग और ‘मनी फॉर जॉब’ जैसे आरोप लगाने वाले मांझी को अब सीएम और आनंद मोहन की नजदीकी रास नहीं आ रही। मांझी ने गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे आनंद मोहन की रिहाई को लेकर हमला बोला है। सोशल मीडिया के माध्यम से मांझी ने जेल मैनुअल में संशोधन को लेकर नीतीश कुमार से बड़ा सवाल कर दिया है।
बुधवार को जीतन राम मांझी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से नीतीश कुमार पर हमला करते हुए लिखा है कि साहब आपके खेल निराले, पहले किसी को जेल भेजिए, फिर कानून संशोधन करा बाहर निकलवाईए और "आनंद" मय महौल में प्रतिमा का अनावरण कर खीर " मोहन" खाईए. यही काम जब हम CM रहते कर रहे थे तो कह दिए कि कानून में संशोधन मत कीजिए बड़ा बदमाश आदमी है, अब ई अच्छे कैसे लगने लगे जी ?
आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने साल 2022 में आनंद मोहन की रिहाई की करने की मांग की थी। जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि आनंद मोहन के साथ अन्याय हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार से अपील है कि उनकी रिहाई की दिशा में काम करें. यही न्याय संगत होगा।
पटना से डेस्क की रिपोर्ट