बृजभूषण VS रेसलर कौन सच्चा कौन झूठा ?
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मलिक व बजरंग पूनिया केस में नया मोड़ आ गया है। सूत्रों के मुताबिक, बृजभूषण पर पॉस्को एक्ट का केस दर्ज करवाने वाली पहलवान बालिग निकली है।
NBC24 DESK - भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मलिक व बजरंग पूनिया केस में नया मोड़ आ गया है। सूत्रों के मुताबिक, बृजभूषण पर पॉस्को एक्ट का केस दर्ज करवाने वाली पहलवान बालिग निकली है।
ये पहलवान रोहतक की रहने वाली है। उसके स्कूल से मिले बर्थ सर्टिफिकेट के आधार पर उसके बालिग होने की पुष्टि हुई है। इसकी जांच के लिए दिल्ली पुलिस की टीम रोहतक आई थी। हालांकि उसके पिता ने इसे गलत करार दिया है। उनका दावा है कि उनकी बेटी नाबालिग है।
हम आपको बता दे कि ये पूरा मामला जबरदस्ती प्रतारणा से जुड़ा हुआ है जिसका आरोप WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर रेसलर्स ने लगाया था. जिसको लेकर बजरंग पुनिया और तमाम रेसलर्स ने प्रोटेस्ट भी किया। हम आपको ये भी बता दे की बृजभूषण शरण सिंह ने बजरंग पुनिया को नार्को टेस्ट कराने की भी चुनौती दी थी.
पिता के दावे और उन पर उठ रहे सवाल
नाबालिग लड़की के पिता ने कहा- 16 साल की उम्र में बेटी का रांची में शिविर के दौरान बृजभूषण ने शोषण किया था। उनकी बेटी दिसंबर 2023 में 17 साल की होगी। हालांकि रांची शिविर डेढ़-दो साल पहले हुआ था। ऐसे में सवाल है कि तब उनकी बेटी 16 साल की थी तो 2 साल बाद भी 18 साल की कैसे नहीं हुई?
पिता ने कहा कि मेरी 2 बेटियां और 1 बेटा था। बड़ी बेटी की 2 साल की उम्र में मौत हो गई। दूसरी बेटी का नाम उन्होंने बड़ी बेटी के नाम पर ही रखा। वह अब भी नाबालिग है और रेसलिंग करती है। हालांकि उसका डेथ सर्टिफिकेट कहां है?, इसके बारे में पिता स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
कैसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
रोहतक में नाबालिग पहलवान के चाचा मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि बृजभूषण पर केस दर्ज करवाने वाली उनकी पहलवान भतीजी नाबालिग नहीं है। उन्होंने लड़की के जन्म से जुड़े प्रूफ भी दिखाए। चाचा ने कहा कि सरकारी नौकरी का लालच देकर उनकी भतीजी से इस तरह के आरोप लगवाए गए हैं।
हालांकि लड़की के पिता का कहना है कि वह लड़की का चाचा नहीं बल्कि ताऊ है। वह बड़ी बेटी के दस्तावेज दिखा रहा है। जिसकी पहले मौत हो चुकी है।
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने भी रोहतक आकर जांच की, जिसके बाद पहलवान के बालिग होने का दावा किया जा रहा है।
बृजभूषण की गिरफ्तारी की जरूरत नहीं
अगर पुलिस जांच में यह बात सही निकली कि आरोप लगाने वाली पहलवान नाबालिग नहीं बालिग है तो बृजभूषण पर दर्ज केस से पॉस्को एक्ट हट जाएगा। ऐसे में उनके खिलाफ सिर्फ IPC की धारा 354 का केस रह जाएगा। जिसमें तुरंत गिरफ्तारी की जरूरत नहीं है।
बृजभूषण ने कहा- गलत हुआ तो गिरफ्तार हो जाऊंगा
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि आगे आगे देखिए होता क्या है। जांच तो करने दीजिए। अब तो हमारे हाथ में खेल है नहीं, दिल्ली पुलिस के हाथ में है। उन्हीं (पहलवानों) के निवेदन पर एफआईआर हुई है। अब हम उनकी क्या मदद कर सकते हैं। गंगा जी में मेडल डालने गए थे। गंगा जी के बजाय टिकैत को दे दिए। मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका है। गिरफ्तारी के सवाल पर कहा कि अगर मैं गलत पाया जाऊंगा तो गिरफ्तारी हो जाऊँगा।