आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा प्रवक्ता का बड़ा बयान, कहा- लोकसभा चुनाव में 370 से अधिक कमल खिलेंगे और एनडीए 400 से अधिक ...
लोकसभा चुनाव में इस बार एनडीए की सबसे बड़ी जीत होगी. एनडीए इस बार नया कीर्तिमान स्थापित करेगा. चुनाव में नया कीर्तिमान स्थापित करने के लिए भाजपा कार्यकर्त्ता काफी उत्साहित हैं, और भाजपा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में 400 पार का फार्मूला निकाल जा रहा हैं. इसके लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं के बीच गहन मंथन चल रहा हैं.
DESK : कल यानी 17 फ़रवरी से राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हुआ हैं. इस अधिवेशन में पार्टी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत अपने रोडमैप को अंतिम रूप देने वाली हैं. इस राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सहित उत्तर प्रदेश से पार्टी के 1347 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री ने राष्ट्रीय अधिवेशन में उप्र से अपेक्षित प्रतिनिधियों के साथ शुक्रवार को वर्चुअल माध्यम से बैठक कर अधिवेशन के संदर्भ में विस्तृत चर्चा की.
वही, भाजपा के द्वारा किये जा रहें इस अधिवेशन को लेकर भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने एक वीडियो जारी कर बड़ा बयान दिया हैं. उन्होंने कहा हैं की लोकसभा चुनाव में इस बार एनडीए की सबसे बड़ी जीत होगी. एनडीए इस बार नया कीर्तिमान स्थापित करेगा. चुनाव में नया कीर्तिमान स्थापित करने के लिए भाजपा कार्यकर्त्ता काफी उत्साहित हैं, और भाजपा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में 400 पार का फार्मूला निकाल जा रहा हैं. इसके लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं के बीच गहन मंथन चल रहा हैं.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा हैं की माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी ने सभी बूथों पर 370 नए वोटरों को भाजपा से जोड़ने का टास्क दिया हैं, जिसे पूरा करने के लिए पार्टी कार्यकर्त्ता जुट गए हैं. लोकसभा चुनाव में 370 से अधिक कमल खिलेंगे और एनडीए 400 से अधिक सीट जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ केंद्र में सरकार बनायेगी.
उन्होंने कहा हैं कि, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गोवा से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हर तरफ भाजपा की लहर हैं. ये लहर थमने वाली नहीं हैं, बल्कि लोकसभा चुनाव आने तक और तेज होगा. कांग्रेस इस बार 40 सीटों तक सिमट कर रह जायेगी, और इंडि गठबंधन का नामोनिशान मिट जायेगा.