नीमा गांव में अदावत की लड़ाई में चढ़ी एक और बलि, अशोक सिंह के भाई की गोली मारकर हत्या

राजधानी पटना से सटे नीमा गांव में चल रही अदावत की लड़ाई में गुरुवार को एक और बलि चढ़ी। पांडव गिरोह के मुख्य सरगना रहे दिवंगत अशोक शर्मा के भाई मनोज शर्मा की गुरुवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई।

नीमा गांव में अदावत की लड़ाई में चढ़ी एक और बलि, अशोक सिंह के भाई की गोली मारकर हत्या

NIMA/PATNA: राजधानी पटना से सटे नीमा गांव में चल रही अदावत की लड़ाई में गुरुवार को एक और बलि चढ़ी। पांडव गिरोह के मुख्य सरगना रहे दिवंगत अशोक शर्मा के भाई मनोज शर्मा की गुरुवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि मनोज शर्मा के पेट में सटाकर एक गोली मारी गई है, जिसके बाद आनन-फानन में परिवार वाले उन्हें इलाज के लिए पटना के लिए निकले, लेकिन बीच रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। मनोज शर्मा के परिजनों ने हत्या का आरोप नीमा गांव के ही अपने गोतिया मुकेश शर्मा सहित तीन-चार लोगों पर लगाया है। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल कायम है। बता दें कि मनोज शर्मा पेशे से शिक्षक थे।

वहीं घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। वहीं पुलिस मौके से साक्ष्य जुटाने के साथ-साथ मामले की छानबीन में जुट गई है। मौके पहुंचे डीएसपी ने बताया कि शुक्रवार की सुबह में सूचना मिली कि धनरुआ थाना के नीमा गांव में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। नीमा गांव निवासी मुकेश शर्मा गुरुवार की देर अपने बेटे का बर्थडे मना रहे थे। जिसमें जागरण के प्रोग्राम की भी व्यवस्था की गई थी। खाने-पीने के बाद नाच-गाने का प्रोग्राम चालू था, उसी दरमियान मनोज शर्मा पिता- माधव शर्मा के पेट में गोली लगी। छानबीन के क्रम में घटना हर्ष फायरिंग का प्रतीत हुआ, स्थानीयों के द्वारा मनोज शर्मा को इलाज के लिए पटना ले जाने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना के संबंध में पुलिस द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है और मनोज शर्मा की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है। इस कांड में मुख्य रुप से दोषी प्रतीत होते मुकेश शर्मा नीमा गांव के अपने घर से फरार है। इस संबंध में विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।

अदावत की लड़ाई में गिर चुकीं हैं कई लाशें

गौरतलब है कि नीमा गांव में पिछले कई सालों से अदावत की लड़ाई जारी है। जिसमें कई लाशें अभी तक गिर चुकी है। बीते साल 2022 में जहां नीमा गांव निवासी और जहानाबाद शहर के होटल कारोबारी अभिराम राम शर्मा की सुबह-सुबह (26 अप्रैल,2022) को उनके ही होटल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जहानाबाद में अभिराम शर्मा की हत्या के साथ ही उनके भतीजे दिनेश शर्मा की पटना के मसौढ़ी में उनके दुकान पर कनपटी में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। चाचा-भतीजे की हत्या में करीब आधे घंटे का फर्क था। हत्या का आरोप पांडव गिरोह के गठन में शामिल और पांडव गिरोह के मुख्य सरगना संजय सिंह पर लगा।

पटना में हुई थी पूर्व विधायक के दो भाईयों की हत्या

दो खेमे में बंटे नीमा गांव में जहानाबाद और मसौढ़ी में हुई हत्या का बदला लिया गया। संजय सिंह के करीबी सुधीर सिंह की गांव में घेरकर हत्या कर दी गई। जिसके बाद पांडव गिरोह के मुख्य सरगना संजय सिंह पारा सातवें आसमान पर चढ़ा और उसने अरवल के पूर्व विधायक रहे चितरंजन शर्मा के दो भाई गौतम सिंह और शंभू सिंह की पटना में गोली मारकर हत्या करवा दी। जहां शंभू सिंह पेशे से चार्टेड अकाउंटेड(CA) थे, उनकी शादी ठीक 6 महीने पहले ही हुई थी।

गैंगवार बढ़ने का खतरा

गुरुवार की रात नीमा गांव में हुए अशोक सिंह के भाई की हत्या के बाद गैंगवार बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। वर्तमान में नीमा गांव का माहौल ऐसा है कि गांव का कोई भी आदमी अपने घर से बाहर निकलने में डर रहा है। वैसे तो चितरंजन शर्मा और संजय सिंह के बीच चल रहे मौत के इस तांडव की वजह से पहले कई गांव वाले गांव छोड़कर शहरों में बस गए हैं। लेकिन मनोज शर्मा की हत्या ने गांव में दहशत का माहौल कायम कर दिया है।