गया में झोलाछाप डॉक्टर ने प्रसव के दौरान बच्ची का तोड़ा हाथ, पुलिसिया कार्रवाई में लापरवाही से पीड़िता परेशान...

गया की सरिता कुमारी को बीते 22 अक्टूबर की रात में प्रसव पीड़ा शुरु हुआ।जिसके बाद उन्हें डॉक्टर मंजू सिंह के नर्सिंग होम पिपरपाती में डिलीवरी के लिए ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने डिलीवरी करवाते समय पेट को जोर-जोर से दबाव बनाया गया, जिसके कारण बच्ची का हाथ टूट गया।

गया में झोलाछाप डॉक्टर ने प्रसव के दौरान बच्ची का तोड़ा हाथ, पुलिसिया कार्रवाई में लापरवाही से पीड़िता परेशान...
Image Slider
Image Slider
Image Slider

GAYA: जिले के डेल्हा थाना क्षेत्र के खरखुरा की रहने वाली सरिता कुमारी को बीते 22 अक्टूबर की रात में प्रसव पीड़ा शुरु हुआ। जिसके बाद उन्हें जय प्रकाश नारायण अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर द्वारा  बताया गया कि मगध मेडिकल अस्पताल लेकर चले जाइए। यहां किसी भी तरह का व्यवस्था नहीं है। तभी आशा पिंकी कुमारी के द्वारा दिए गए सलाह पर अपने पहचान के डॉक्टर मंजू सिंह के नर्सिंग होम पिपरपाती में डिलीवरी के लिए ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने डिलीवरी करवाते समय पेट को जोर-जोर से दबाव बनाया, जिसके कारण बच्ची का हाथ टूट गया।

आपको बता दें कि नर्सिंग होम में डिलीवरी चार्ज के रूप में 10 हजार 720 रूपया फोन-पे के द्वारा और 5000 नगद वसूला गया। इसके बाद मरीज को किसी भी तरह का बिल या पर्चा या डिस्चार्ज पेपर नहीं दिया गया। परिजन द्वारा पेपर की मांग करने पर डॉक्टर और कंपाउंड मरीज के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए परिजन रविंद्र शर्मा को डांट कर भगा दिया। जिसकी शिकायत कोतवाली थाना में डॉक्टर मंजू सिंह के खिलाफ लिखित आवेदन देकर किया गया है। लेकिन कोतवाली थाना के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई में नरमी बरती जा रही है। लापरवाही होने से पीड़िता सरिता कुमारी परेशान हैं।

आपको दें कि जिले में आए दिन डॉक्टर नवजात बच्चे के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। वहीं संबंधित अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। गया शहर में कई अवैध नर्सिंग होम चल रहे हैं। लोगों को जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है।

गया से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट