मद्य निषेध दारोगा की परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाला गिरफ्तार, बड़ा सवाल-मोबाइल लेकर परीक्षा केंद्र में कैसे दाखिल हुआ..?
राजधानी पटना में मद्य निषेध विभाग में दारोगा की लिखित परीक्षा में सेंधमारी करते फर्जी अभ्यर्थी नीतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। रविवार को पटना जिले के कई सेंटरों पर मद्य निषेध विभाग में दारोगा के पद पर बहाली को लेकर लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। तमाम सेंटरों पर जैमर लगाए गए थे और कदाचारमुक्त परीक्षा के इंतजाम किए गए थे। इसके बावजूद इस परीक्षा में भी एग्जाम माफिया और सेंधमारी करने वाले शातिर बाज नहीं आए।

PATNA : राजधानी पटना में मद्य निषेध विभाग में दारोगा की लिखित परीक्षा में सेंधमारी करते फर्जी अभ्यर्थी नीतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। रविवार को पटना जिले के कई सेंटरों पर मद्य निषेध विभाग में दारोगा के पद पर बहाली को लेकर लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। तमाम सेंटरों पर जैमर लगाए गए थे और कदाचारमुक्त परीक्षा के इंतजाम किए गए थे। इसके बावजूद इस परीक्षा में भी एग्जाम माफिया और सेंधमारी करने वाले शातिर बाज नहीं आए।
पटना के शास्त्रीनगर थाना के ठीक सामने चंद कदम पर स्थित सरकारी स्कूल केबी सहाय उच्च विद्यालय में मद्य निषेध विभाग में दरोगा पद पर बहाली को लेकर आयोजित परीक्षा सेंटर से फर्जी अभ्यर्थी को क्लास रूम से मजिस्ट्रेट ने एक एंड्रॉयड फोन के साथ परीक्षा में सेंधमारी करने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया और उसे शास्त्रीनगर थाने की पुलिस के हवाले कर दिया। बड़ा सवाल यह है कि इतनी कड़ी सुरक्षा जांच के बीच अभ्यर्थी मोबाइल के साथ परीक्षा सेंटर में दाखिल कैसे हुआ? परीक्षा केंद्र में जैमर का दावा भी फेल साबित होता नजर आ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार अभ्यर्थी गया जिले का रहने वाला नीतीश कुमार बताया जा रहा है।
गिरफ्तार अभ्यर्थी नीतीश कुमार ने पूछताछ में बताया कि उसे खिजरसराय थाना के रानियां गांव के सुदामा कुमार पिता अवधेश प्रसाद को व्हाट्सअप पर मद्य निषेध की दारोगा परीक्षा में सम्मिलित होकर प्रश्न पत्र भेजने का काम सौंपा गया था। इसके एवज में उसे मोटी रकम का लालच दिया गया था। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार अनपढ़ है। पैसे के लालच में वह आसानी से परीक्षा माफियाओं के चंगुल में फंस गया। पुलिस की पूछताछ में उसने कई खुलासे किए हैं, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
पटना से अजय शर्मा की रिपोर्ट