बिहार में बीडीओ से ही अपराधियों ने मांगी 10 लाख की रंगदारी, गोली का खोखा भी साथ भेजा, कहा- नहीं देने पर जाएगी जान

बीडीओ शशि प्रकाश से अपराधियों ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। अपराधियों ने डाक से लेटर भेजकर रंगदारी की डिमांड की है। रंगदारी वाले पत्र का बंद लिफाफे से बंदूक की लाल रंग गोली का खोखा मिला है।

बिहार में बीडीओ से ही अपराधियों ने मांगी 10 लाख की रंगदारी, गोली का खोखा भी साथ भेजा, कहा- नहीं देने पर जाएगी जान

MUZAFFARPUR: बिहार में कथित रुप से सुशासन बाबू की सरकार है, प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर चुस्त एवं दुरुस्त है। लेकिन अगर आप बिहार में अपराधियों के मनोबल की तरफ एक नजर डालेंगे तो आपको ऐसा प्रतीत होगा की मानो राज्य में गुंडों की सरकार है। जी हां, ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बिहार में आम तो आम यहां खास की भी सुरक्षा भगवान भरोसे है। मुजफ्फरपुर से निकलकर सामने आई घटना इस बात का जीताजागता उदाहरण हैं, जहां अपराधियों ने बीडीओ से ही 10 लाख रंगदारी मांग डाली है, इतना ही नहीं अपराधियों ने धमकी भरे लेटर के साथ गोली का खोखा भी भेजा है। साथ में डिमांड पूरी नहीं करने पर बूरा अंजाम भुगतने को तैयार रहने के लिए कहा गया है।

पूरा मामला जिले के कटरा प्रखंड का है, जहां के बीडीओ शशि प्रकाश से अपराधियों ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। अपराधियों ने डाक से लेटर भेजकर रंगदारी की डिमांड की है। रंगदारी वाले पत्र का बंद लिफाफे से बंदूक की लाल रंग गोली का खोखा मिला है। पत्र और गोली को बीडीओ ने कटरा थानेदार को सौंप दिया है।

मामले में डीएसपी पूर्वी शहरेयार अख्तर के नेतृत्व में पुलिस टीम जांच कर रही है। रंगदारी वाला पत्र किस पोस्ट ऑफिस से भेजा गया? सीसीटीवी और संबंधित कर्मियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस अधिकारी इसे असमाजिक तत्व की करतूत मान रहे हैं।

बीडीओ को रंगदारी के लिए भेजा गया पत्र कंप्यूटर टाइपिंग है। जिसमें अपराधियों ने लिखा है प्रखंड विकास पदाधिकारी कटरा शशि प्रकाश, तुम जबसे कटरा में आया है। तुम्हारा कमीशन बहुत बढ़ गया है। प्रखंड का सारा भुगतान पेंडिंग है। कोइ काम नहीं हो रहा है। तुम क्या चाहता है। तुम्हारा सरकार गया। तुमको 10 लाख रंगदारी देना है। वरना जान जा सकती है। समझ से काम लेना, थाना पुलिस के चक्कर में मत जाना। वरना अंजाम खुदा जाने। पैक भेज रहा हूं, समझ जाना। वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।

पत्र के नीचे लिखा है 'तुम्हारा बाप हर्ष'। जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का मानना है कि हर्ष नाम छद्म हो सकता है। क्योंकि अंजाम खुदा जाने शब्द किसी दूसरे की साजिश की ओर इशारा करता है। पत्र में सरकार चली गई और पेमेंट रुके होने के हवाला से मामले में नेता टाइप ठेकेदार की संलिप्तता हो सकती है। एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि तमाम बिंदुओं पर जांच हो रही है। शीघ्र ही मामले का खुलासा किया जाएगा।