इमामगंज के निजी अस्पताल में दो दिनों तक एक्सपायरी इंजेक्शन लगाता रहा डॉक्टर, अब मरीज की बिगड़ी हालत

इमामगंज नगर पंचायत अंतर्गत रानिगंज रोड में नीलांचल प्लेस के आगे फिजिशियन डॉक्टर दिगविजय नारायण के मेडिकल से एक मरीज को एक्सपायरी दवा देने का मामला प्रकाश में आया है।

इमामगंज के निजी अस्पताल में दो दिनों तक एक्सपायरी इंजेक्शन लगाता रहा डॉक्टर, अब मरीज की बिगड़ी हालत

GAYA: जिले के इमामगंज नगर पंचायत अंतर्गत रानिगंज रोड में नीलांचल प्लेस के आगे फिजिशियन डॉक्टर दिगविजय नारायण के मेडिकल से एक मरीज को एक्सपायरी दवा देने का मामला प्रकाश में आया है। मरीज अनिता देवी ग्राम रोहवे के भाई मंजय कुमार यादव ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मेरी बहन अनिता देवी को जख्म हो गया था। जिसकी इलाज इमामगंज के डॉक्टर दिग्विजय नारायण के यहां 22 अक्टूबर 2023 को कराए थे। मरीज अनिता देवी के भाई मंजय बताते हैं कि डॉक्टर के बताए अनुसार जब स्थानीय ग्रामीण चिकित्सक से इंजेक्शन दो दिन लगातार दिलवाए तो तबियत सुधरने के बजाय बिगड़ना शुरू हो गई। तभी अचानक दवा पर नज़र पड़ गई। जिसका डे एक्सपायर हो चुका था। तभी इसकी शिकायत डॉक्टर साहब से करने उनकी क्लिनिक इमामगंज पहुंचे तो डॉक्टर साहब ने दुर्व्यवहार कर स्टॉफ से बाहर निकलवाने का आरोप लगाया।
इस समस्या को लेकर मरीज के भाई मंजय कुमार यादव ने इमामगंज के पत्रकारों से अपनी बात रखी जहां पत्रकारों ने इससे जुड़े आरोप के बारे में डॉक्टर दिग्विजय नारायण से मिलकर उनका पक्ष जाना तो उन्होंने एक्सपायरी दवा देने की बात को स्वीकार करते हुए बताया कि मैं इमामगंज में 20 वर्ष से क्लीनिक चला रहा हूं। आजतक ऐसी शिकायत नहीं हुई थी। स्टाफ की गलती से मरीज को एक्सपायरी दवा देदी गई है।

डॉक्टर ने बताया कि इसमें स्टॉकिस्ट द्वारा हमारे साथ छल किया गया है। हमें जुलाई में उन्हों ने दवा दिया और हमारे स्टाफ द्वारा अक्टूबर में सेल किया गया है। जिसका एक्सपायरी डेट नवां महीने तक ही था। लेकिन उसमें रखा डेस्टिल वाटर का एक्सपायरी डेट 2026 तक था। यह हमसे माइनर भूल हुई है। अगर इसतरह डॉक्टर की बड़ी लापरवाही और भूल होती रहेगी तो मरीज को बड़ा नुकसान हो सकता है या जान भी जा सकती है। इस तरह की लापरवाही पर संबंधित स्थानिय और जिला प्रशासन को ध्यान देते हुए उचित करवाई करने की ज़रूरत है। ताके आगे इस तरह की घटना से डॉक्टर किसी मरीज के साथ खेलवाड़ न करें। इस तरह का कितने मरीज के साथ घटना घट रही होगी। लेकिन शिक्षित परिवार के कारण डॉक्टर की यह भारी चोरी पकड़ी गई।

गया से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट