अपने ही अस्पताल में भर्ती डॉक्टर की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, संचालक सहित चार पर एफआईआर
दीघा के घुड़दौड़ मोड़ स्थित किशोर कुणाल पथ के पास इंद्रावती देवी अस्पताल में डॉ. जकाउल खान की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। वे इसी अस्पताल के डॉक्टर थे। मंगलवार की देर रात भर्ती हुए और नर्सिंग स्टाफ के स्लाइन चढ़ाने के कुछ घंटे बाद उनकी मौत हो गई। पुलिस को जानकारी बुधवार की दोपहर मिली। दीघा थाने की पुलिस वहां पहुंची और एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया।

PATNA : दीघा के घुड़दौड़ मोड़ स्थित किशोर कुणाल पथ के पास इंद्रावती देवी अस्पताल में डॉ. जकाउल खान की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। वे इसी अस्पताल के डॉक्टर थे। मंगलवार की देर रात भर्ती हुए और नर्सिंग स्टाफ के स्लाइन चढ़ाने के कुछ घंटे बाद उनकी मौत हो गई। पुलिस को जानकारी बुधवार की दोपहर मिली। दीघा थाने की पुलिस वहां पहुंची और एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया।
टीम अस्पताल से दवा, स्लाइन की बोतल समेत मेडिकल सामान जब्त कर ले गई है। साथ ही, पुलिस ने डॉ. जकाउल खान के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया। सूचना मिलने के बाद उनके परिजन मोतिहारी से पहुंचे। डॉ. जकाउल के भाई नजमुल्लाह ने आरोप लगाया कि अस्पताल के स्टाफ ने ओवरडोज दवा और स्लाइन चढ़ाकर उन्हें मार दिया। नजमुल्लाह ने अस्पताल के संचालक सुबीन कुमार सिंह के अलावा तीन नर्सिंग स्टाफ प्रिंस, रोहित और मो. अमजद के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है।
थानेदार ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि मौत होने के बाद अस्पताल ने रातभर कोई जानकारी दी। अस्पताल पहुंचे तो सभी नर्सिंग स्टाफ फरार थे। एक स्टाफ ने बताया कि डॉ. जकाउल के जिम्मे ही अस्पताल था। मंगलवार को वे चैंबर में थे। इसी दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी। उन्होंने स्टाफ से कहा-मेरी तबीयत ठीक नहीं है, मुझे भर्ती करो। इसके बाद प्रिंस, रोहित और मो. अमजद ने उन्हें वार्ड में भर्ती किया था।