शिक्षकों के खिलाफ तानाशाही रवैया पड़ेगा महंगा ! इमरजेंसी लगाने वाली इंदिरा गांधी का हश्र आपने देखा है नीतीश जी - जीवन कुमार
बिहार सरकार द्वारा शिक्षक नियुक्ति के लिए बने नियमावली का विरोध करनेवाले टीचरों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया है। अब सरकार के इस आदेश के खिलाफ विरोध भी शुरू हो गया है।
NBC24 DESK:- PATNA : बिहार सरकार द्वारा शिक्षक नियुक्ति के लिए बने नियमावली का विरोध करनेवाले टीचरों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया है। बता दे अब सरकार के इस आदेश के खिलाफ विरोध भी शुरू हो गया है। गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी जीवन कुमार ने नीतीश सरकार के इस फैसले की तुलना इंदिरा गांधी के आपातकाल से की है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि वह शिक्षकों के साथ हैं और जहां भी शिक्षक प्रदर्शन करेंगे, वह वहां मौजूद रहेंगे।
नीतीश सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप !
गौरतलब है कि जीवन कुमार ने नीतीश और तेजस्वी सरकार पर शिक्षकों के साथ किए हुए वादे से मुकरने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार बनाने से पहले उन्होंने सभी शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की बात कही थी। अब नय नियमावली बनाकर उसे जबरन शिक्षकों के ऊपर थोपने की कोशिश की जा रही है। 58 साल की उम्र तक पहुंच चुके शिक्षकों को कहा जा रहा है कि अगर राज्यकर्मी बनना है तो परीक्षा पास करना होगा।
लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश !
हालांकि जीवन कुमार ने मौलिक अधिकार के आर्टिकल 19 का जिक्र करते हुए कहा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करने का अधिकार हर किसी को है। सरकार इसे रोक नहीं सकती है। किसी को बोलने से भी रोका नहीं जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने लोगों पर जबरन इमरजेंसी थोपने की कोशिश की थी, उसका हश्र क्या हुआ, यह सभी को पता है।
आपको बताते चले कि बीते मंगलवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह के द्वारा एक पत्र जारी कर सभी अपर मुख्य सचिव द्वारा सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक और सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र भेजा गया है। पत्र में यह साफ लिखा है कि विभिन्न समाचार पत्र एवं सोशल मीडिया के माध्यम से यह समाचार प्रकाशित होते रहती है कि वर्तमान में कार्यरत स्थानीय निकाय के शिक्षकों द्वारा नई नियुक्ति नियमावली के विरोध में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।