फिर से नोटबंदी! इसी मंगलवार से बदले जाएंगे 2000 के नोट, आइए जानते है RBI ने क्या कहा.....
इस बार भी नोट बदलने की प्रक्रिया, ठीक वैसी ही है जैसी नवंबर 2016 में पहली नोटबंदी के समय थी. जब 500 और 1000 रुपये के बड़े नोटों को सर्कुलेशन से बाहर किया गया था. मतलब आरबीआई ने नोट बदलवाने के लिए एक लिमिट सेट कर दी है.
NBC24 DESK:- देश में 8 नबंवर 2016 के बाद एक बार फिर से नोटबंदी का दौर आ गया है. इस बार सिर्फ 2000 रुपये के नोटों पर तालाबंदी लगी है, जबकि पिछली बार 500 और 1000 रुपये नोट बंद हुए थे. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 रुपये के नोटों को वापस का अहम फैसला लिया है.
जिन लोगों के पास दो हजार रुपये के नोट हैं वो 23 मई से लेकर 30 सितंबर तक बैंक की किसी भी शाखा में जाकर अन्य नोटों से चेंज कर सकते हैं. देश एक बार फिर 'नोटबंदी' (Demonetisation) का सामना कर रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार 19 मई को एक सर्कुलर जारी कर 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने का ऐलान किया. हालांकि, केंद्रीय बैंक ने साफ शब्दों में कहा कि ये नोटबंदी नहीं है. ये नोट लीगल टेंडर रहेंगे, सिर्फ इन्हें सर्कुलेशन से बाहर कर दिया जाएगा. इन्हें बदलने के लिए रिजर्व बैंक ने चार महीने से ज्यादा का समय भी लोगों को दिया है, जिसकी प्रक्रिया अगले मंगलवार से शुरू हो जायेगी|
एक बार में कितने नोट बदलेंगे?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 रुपये के नोटों को वापस का अहम फैसला लिया है. जिन लोगों के पास दो हजार रुपये के नोट हैं वो 23 मई से लेकर 30 सितंबर तक बैंक की किसी भी शाखा में जाकर अन्य नोटों से चेंज कर सकते हैं. इस बार भी नोट बदलने की प्रक्रिया, ठीक वैसी ही है जैसी नवंबर 2016 में पहली नोटबंदी के समय थी| जी हां आपको बता दे कि जब 500 और 1000 रुपये के बड़े नोटों को सर्कुलेशन से बाहर किया गया था तब उस वक्त आरबीआई ने नोट बदलवाने के लिए एक लिमिट सेट कर दी थी | ठीक उसी प्रकार इस बार भी केंद्रीय बैंक के सर्कुलर के मुताबिक, आप एक बार में 2000 रुपये के 10 नोट ही बदलवा सकेंगे. यानी एक बार में नोट बदलवाने की लिमिट 20,000 रुपये सेट की गई है.
RBI की 19 शाखाओं में बदले जाएंगे नोट
आपको बता दे कि 2,000 रुपये के नोट बदलवाने से संबंधित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एफएक्यू के मुताबिक, RBI की 19 शाखाओं में भी चलन से बाहर हुए ये नोट बदले जा सकेंगे. बता दें 2016 में हुई नोटबंदी के बाद आरबीआई ने 2000 रुपये का नोट जारी किया था. दो हजार रुपये के नोट का सर्कुलेशन सबसे ज्यादा साल 2017 में देखने को मिला था, तब रिजर्व बैंक ने तकरीबन 89% नोट जारी किए थे. 31 मार्च 2018 तक कुल नोटों में इनकी हिस्सेदारी घटकर महज 37.3 फीसदी रह गई थी, जबकि 31 मार्च 2023 तो यह आंकड़ा घटकर 10.8 फीसदी पर आ गया.
क्यों लिया 2000 के नोट बंद करने का निर्णय?
2000 रुपये के नोट बंद करने के इस बड़े फैसले के पीछे के कारणों की बात करें तो आरबीआई के सूत्रों का कहना है कि चलन में नकली नोट बढ़ने के कारण 2,000 रुपये के नोट को वापस ले लिया गया है. इशके अलावा ऑपरेशन क्लीन नोट नीति (Opration Clean Note) का उद्देश्य काले धन के बाजार को लक्षित करना है. यही कालेधन की बाद पहली नोटबंदी के दौरान भी कही गई थी.