दरभंगा पहुंची दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम, आतंकी दानिश के भांजा के घर मारा छापा
दिल्ली क्राइम ब्रांच को दरभंगा से जुड़े कुछ लोगों द्वारा बाहर रहकर देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने के सबूत मिलने के बाद दरभंगा आतंकी मॉड्यूल एक बार फिर चर्चा में आ गया है।
DARBHANGA: दिल्ली क्राइम ब्रांच को दरभंगा से जुड़े कुछ लोगों द्वारा बाहर रहकर देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने के सबूत मिलने के बाद दरभंगा आतंकी मॉड्यूल एक बार फिर चर्चा में आ गया है। शुक्रवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम दरभंगा पहुंची और विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के शिवधारा स्थित इमामुल हक अंसारी उर्फ इमाम के घर छापेमारी कर तलाशी ली। हालांकि उसके घर से कोई भी संदेहास्पद सामान बरामद नहीं हुआ। उसके बाद टीम ने शिवधारा चौक स्थित उसके मार्केट में संचालित साइबर कैफे में छापेमारी की। जहां से एक लैपटॉप सहित कई अन्य सामान को जब्त किया। इस दौरान दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने इमाम के घर के सदस्यों से भी पूछताछ की।
दरअसल, खाड़ी देश में वीजा दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले मास्टरमाइंड इमामुल हक अंसारी उर्फ इमाम का नाम एनआईए और क्राइम ब्रांच की लिस्ट में उभर कर सामने आया है। इमामुल हक अंसारी उर्फ इमाम NIA द्वारा 2013 में गिरफ्तार आतंकी दानिश से तार जुड़ा है। सूत्रों के अनुसार इमाम रिश्ते में दानिश का भांजा लगता है। खाड़ी देश के नाम पर वीजा दिलवाने के नाम पर ठगी का काम करता था। वही छापेमारी के दौरान टीम ने दो अन्य लोगों की खोज की है, लेकिन छापेमारी की खबर सुनकर दोनों फरार हो गए। वही छापामारी के बाद पूरी टीम इमाम को लेकर वापस लौट गई। ऐसी स्थिति में अनुमान लगाया जा रहा है की टीम फिर से दरभंगा में छापेमारी कर सकती है।
वही सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि 25 अक्टूबर को दिल्ली साइबर क्राइम ब्रांच की एक टीम दरभंगा आई हुई थी। उनके साथ कांड के मुख्य आरोपी इमामुल हक अंसारी जिसका घर शिवधारा मे पड़ता है। उसको लेकर टीम इस लिए यहां आई थी कि उसके घर की तलाशी ली जा सके। साथ ही उनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी हो सके।
बताते चले कि इमामुल हक दरभंगा के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के चकजोहरा मुहल्ले से 21 जनवरी 2013 को NIA के द्वारा गिरफ्तार किये गए आतंकी दानिश अंसारी का भांजा है। दानिश दानिश पर जर्मन बेकरी कांड, चिन्नास्वामी स्टेडियम ब्लास्ट, जामा मस्जिद फायरिंग, और 2011 में मुंबई धमाकों का आरोपी बताया गया था। इस कारण दिल्ली की क्राइम ब्रांच की पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करने में जुटी है।
दरभंगा से अशोक ठाकुर की रिपोर्ट