21 अगस्त भारत बंद को लेकर नवादा में दलित युवा संगठनों ने किया बैठक
शहर के अंबेडकर कल्याण छात्रावास में दलित संगठनों का बैठक किया गया, जिसमें नवादा जिले के सभी प्रखंडों से सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
NAWADA: शहर के अंबेडकर कल्याण छात्रावास में दलित संगठनों का बैठक किया गया, जिसमें नवादा जिले के सभी प्रखंडों से सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में सभी संगठन के साथियों ने कहा कि 21 अगस्त के एससी एसटी समुदाय के मिलने वाली आरक्षण एवं कृमि लेयर वर्गीकरण के लेकर पूरे देश मे महौल गरम है। बताते चलें कि वर्ष 2018 में कुछ इसी प्रकार आन्दोलन किया गया था, जिसमें भारत सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था।
सामाजिक कार्यकर्ता चंदन चौधरी ने बताया कि आज जो देश के हालात है, वो बांग्लादेश की तर्ज पर काम कर रहा है। ताकि देश मे अराजकता का माहौल पैदा हो। इसलिए सरकार वैसा काम ही क्यों करती है, जिसमें देश के नागरिक के बीच उलझन पैदा हो। लकी कुमार सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि पूरे मजबूती से भारत बंद का आहवान किया और कहा कि हरेक गांव से एक एक दलित आदिवासी निकले और अपने अधिकार के रक्षा करें। धर्मदेव पासवान सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि आज जो भी राजनीतिक पार्टी इस मुहिम को कमजोर समझ रहा है, वो अपना भ्रम तोड़ दें क्योंकी आप जिस समाज के वोट को लेकर पार्लियामेंट गए हैं वही समाज आपको नीचे लेकर जायेगा। पासवान ने आगे कहा कि इस देश मे हमारी प्राथमिकता पहले है और हमें बाटने कि कोशिश नाकाम करेंगे और हजारों लाखों कि संख्या मे पूरे जिला को शांति पूर्ण तरीके से बंद करने का आहवान किया और जो जहां है वहीं बंद करे । बैठक में कृपाल पासवान, सचिन पासवान, रोहित पासवान, प्रिंस कुमार छोटी, मोहित कुमार कल्लू, के अलावा सैकड़ों युवाओं ने सहमति जताया।
नवादा से सुनील कुमार की रिपोर्ट