करोड़ों के कर्ज में डूबे कारोबारी ने किया सुसाइड, होटल के कमरे से मिली लाश, सुसाइड नोट खोलेगा राज..
नवादा शहर के एक होटल में एक युवक ने जहर की टिकिया खाकर आत्महत्या कर लिया. उसका करीब 3 करोड़ रुपए दोस्तों ने ही ठगी कर लिया था. साझा का व्यवसाय के लिए दोस्तों ने उससे रुपए लिए थे. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बरामद किया. पोस्टमार्टम के लिए शव को सदर अस्पताल लाया गया है.
NAWADA: नवादा शहर के एक होटल में एक युवक ने जहर की टिकिया खाकर आत्महत्या कर लिया. उसका करीब 3 करोड़ रुपए दोस्तों ने ही ठगी कर लिया था. साझा का व्यवसाय के लिए दोस्तों ने उससे रुपए लिए थे. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बरामद किया. पोस्टमार्टम के लिए शव को सदर अस्पताल लाया गया है.
मृतक युवक की पहचान ऋषिकेश कुमार पिता विनोद प्रसाद, निवासी तेली टोला, नवादा के रूप में की गई है. नगर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है.
वैसे जो सूचना है उसके मुताबिक मौत को गले लगाने कर पहले युवक ने 5-6 पन्ने का एक सुसाइड नोट भी लिख छोड़ा था. जिसे पुलिस बरामद की है.
जानिए क्या है घटनाक्रम : बताया जाता है कि मृतक युवक सोमवार 6 नवंबर 2023 की शाम 5:15 बजे के करीब होटल कृष्णा गार्डन में पहुंचा था. उसने कमरा ओयो (oyo) कंपनी के माध्यम से बुक कराया था, जहां उसने कमरा बंद कर आत्महत्या किया.
मंगलवार यानी 07 नवंबर को चेक आउट टाइम में होटल के स्टाफ ने दरवाजा खोलवाने का प्रयास किया तो अंदर से बंद मिला। मोबाइल पर कॉल करने पर कॉल रिसीव नहीं हो रहा था. काफी प्रयासों के बाद भी युवक ने दरवाजा नहीं खोला तब नगर थाना पुलिस को सूचना दी गई. उसके बाद पुलिस पहुंची और दरवाजा को तोड़कर अंदर प्रवेश की, जहां का माजरा ही कुछ और था.
यह है घटना की वजह : सूत्र बताते हैं कि युवक मौत के पहले 5- 6 पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ गया है. जिसमें दो लोगों का जिक्र है. आत्महत्या का जिम्मेवार उन्हीं दोनों को ठहराया गया है, जो जानकारी छनकर आ रही है उसके मुताबिक कोयला डंप करने और बेचने के लिए 2 करोड़ 90 लाख रुपए उसने नवादा के प्रसाद बिगहा निवासी अपने दोस्त अजीत कुमार सिन्हा पिता राम चंद्र सिन्हा और अजीत के पहचान वाले पटना के चौबा लाल लेन, नवाब बहादुर रोड, खजकेला निवासी मनीष कुमार पिता श्याम नंदन लाल को दिया था. दोनों रूपये वापस नहीं कर रहे थे। संभवतः धंधा भी शुरू नहीं हो रहा था. ऐसे में परेशान ऋषिकेश ने सुसाइड कर लिया.
वैसे, पूरे घटना का सच क्या है परिवार और पुलिस का ऑफिसियल बयान आन बाकी है. फिलहाल, इस घटना ने पिछले साल इसी माह में गुप्ता परिवार के सुसाइड की याद को ताजा कर दिया है. इस केस के बारे में भी आशंका जताई जा रही है कि 3 करोड़ रुपए ऋषिकेश के अपने नहीं थे. कहीं से उधार- पैचा या सूद-ब्याज पर लेकर ही उसने अजीत और मनीष को दिए थे. परिजनों के बयान से इस घटनाक्रम का सच काफी हद तक सामने आने की उम्मीद है
नवादा से सुनील कुमार की रिपोर्ट