घूमते फिरते डीएम साहब पहुंचे स्कूल और खाया मिड डे मील स्टूडेंट्स के साथ

छपरा के डीएम अमन समीर ने मिसाल पेश की है। मकेर के बाघाकोल पंचायत में डीएम साहब ने एक स्कूल में पहुंचकर बच्चो के साथ मिड डे मील खाया। डीएम साहब ने इस दौरान उनसे उनकी समस्याएं जानी। इसी बीच उन्होंने बच्चो से पूछा कि क्या उन्हें हर रोज इसी तरह का मिड डे मील मिलता है या नहीं।

घूमते  फिरते डीएम साहब पहुंचे स्कूल और खाया मिड डे मील स्टूडेंट्स के साथ
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घूमते  फिरते डीएम साहब पहुंचे स्कूल और खाया मिड डे मील स्टूडेंट्स के साथ

छपरा के डीएम अमन समीर ने मिसाल पेश की है। मकेर के बाघाकोल पंचायत में डीएम साहब ने एक स्कूल में पहुंचकर बच्चो के साथ मिड डे मील खाया। डीएम साहब ने इस दौरान उनसे उनकी समस्याएं जानी। इसी बीच उन्होंने बच्चो से पूछा कि क्या उन्हें हर रोज इसी तरह का मिड डे मील मिलता है या नहीं। लोगों के जेहन में डीएम का नाम आते ही किसी रौबदार अफसर की छवि सामने आती है। छपरा जिले के डीएम ने इस छवि को बदलने की काफ़ी अच्छी कोशिश की है। जिले के डीएम अमन समीर की एक फोटो बहुत वायरल हो रहा है। कस्तूरबा गांधी विद्यालय के बच्चियों के साथ वायरल फोटो में डीएम साहब बैठकर भोजन करते दिख रहे हैं। डीएम अमन समीर का मिड डे मील की गुणवत्ता जांच करने का यह अंदाज लोगों को काफी ज्यादा पसंद आ रहा है। खबर के मुताबिक डीएम अमन समीर अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान मकेर के बाघाकोल पंचायत पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने कस्तूरबा गांधी विद्यालय का जायजा लिया। वहां के छात्राओं से बात की और साथ ही जब भोजन व्यवस्था की बात निकली तो डीएम ने खुद वहां का भोजन करने की बात की और  छात्राओं के साथ भोजन करने के लिए बैठ गए। बच्चियां अपने साथ डीएम को भोजन करते देख भी काफी उत्साहित हुईं। डीएम से अपनी समस्याओं को भोजन के टेबल पर ही रखा। छात्राओं कि समस्याओं की जानकारी प्राप्त कर उनका निराकरण करने का आदेश भी दिया। साथ ही डीएम ने यहां की व्यवस्था से खुद को संतुष्ट बताया और कहा कि थोड़ी बहुत सुधार की जरुरत है, जिसका निर्देश भी दे दिया गया है। विद्यालय के बारे बच्चों से डीएम ने जो भी फीडबैक लिया उसको लेकर पॉजिटिव प्रभाव नजर आया है। डीएम ने कस्तूरबा गांधी विद्यालय में रहने और बच्चियों के भोजन की व्यवस्था पर वार्डन को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया और वहां से रवाना हो गए।