एनडीए में शामिल होने के बाद सीएम नीतीश को हो सकता हैं बड़ा फायदा तो दूसरी ओर चिराग पासवान को नुकसान...

महागठबंधन का साथ छोड़कर एक बार फिर से नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो चुके हैं. वही अब नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के बाद कई सारी राजनीतिक रणनीतियां ध्वस्त हो चुकी हैं. साथ ही महागठबंधन को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता हैं.

एनडीए में शामिल होने के बाद सीएम नीतीश को हो सकता हैं बड़ा फायदा तो दूसरी ओर चिराग पासवान को नुकसान...
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PATNA : महागठबंधन का साथ छोड़कर एक बार फिर से नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो चुके हैं. वही अब नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के बाद कई सारी राजनीतिक रणनीतियां ध्वस्त हो चुकी हैं. साथ ही महागठबंधन को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता हैं. 

हालांकि,  इन सबके बीच नीतीश कुमार को काफी फायदा होता हुआ दिख रहा हैं. अब सवाल ये हैं एनडीए में जाने के बाद नीतीश कुमार को कौन सा फायदा होने वाला है. 

तो एक नज़र डालते हैं उन बिंदुओं पर जिनमे नीतीश कुमार को फायदा हो सकता हैं: 

सबसे पहले एनडीए में जाने से नीतीश कुमार को महागठबंधन की तुलना में लोकसभा में ज्यादा सीटों पर जीत मिल सकती है, क्योंकि, राम मंदिर की लहर में अभी जदयू को भाजपा की वजह से सीटों का फायदा होना तय है.

साथ ही विधानसभा चुनाव में भी पहले की तुलना में अधिक सीटों पर फायदा मिलेगा, क्योंकि चिराग पासवान को हर संभव मनाने की प्रयास होगी ताकि वो विधानसभा चुनाव में अलग न लड़ें.

इसके अलावा अब पीएम मोदी के साथ आने से नीतीश कुमार के अलग हुए कार्यकर्ता फिर से एकजुट हो जाएंगे और वह दबाव से मुक्त होकर कानून व्यवस्था को संभालने का काम करेंगे.

इस कड़ी में शिक्षक नियु्क्ति का क्रेडिट अब अकेले नीतीश कुमार लेंगे और जगह-जगह पोस्टर लगाकर यह बताने की कोशिश करेंगे कि जदयू ने ही लाखों शिक्षकों की बहाली की है.

इसके साथ ही राज्य में लटकी परियोजनाओं को केंद्र सरकार की तरफ से तुरंत हरी झंडी मिल जाएगी.

मालूम हो, नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल हो जाने पर चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा को सीटों से समझौता करना पड़ सकता है. और ये भी हो सकता हैं की इन दोनों को एक-दो राज्य सभा सीटें देकर, लोकसभा में सीटों को मैनेज करने की कोशिश की जाएगी ताकि गठबंधन में समन्वय बना रहे और नीतीश कुमार फिर से नाराज न हों.