बिहार विधान परिषद् के लिए महागठबंधन से 5 प्रत्याशी, राजद से 4, माले से एक उम्मीदवार, कांग्रेस को नहीं मिली जगह...
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता विपक्ष तेजस्वी यादव आज राबड़ी आवास पर अपनी पार्टी की विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में पार्टी की तरफ से आने वाले दिनों में होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर उम्मीदवारों के नाम को लेकर अंतिम मुहर लगा दी गई है. राजद के विधायक रामविशुन लोहिया का ने कहा कि- पार्टी के तरफ से राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी, डॉ. उर्मिला ठाकुर, फैसल अली को कैंडिडेट बनाया गया है.
पटना : महागठबंधन के तरफ से बिहार विधान परिषद चुनाव में पांच उम्मीदवार उतारे जाएंगे. इनमें राजद के चार और भाकपा-माले के एक उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश करेंगे. राजद विधायक ने बताया कि, पार्टी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी, पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सह महिला राजद की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. उर्मिला ठाकुर, शिवहर संसदीय क्षेत्र के पूर्व उम्मीदवार फैसल अली के तरफ से उम्मीदवारी पेश की जाएगी.
बता दें, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता विपक्ष तेजस्वी यादव आज राबड़ी आवास पर अपनी पार्टी की विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में पार्टी की तरफ से आने वाले दिनों में होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर उम्मीदवारों के नाम को लेकर अंतिम मुहर लगा दी गई है. राजद के विधायक रामविशुन लोहिया का ने कहा कि- पार्टी के तरफ से राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी, डॉ. उर्मिला ठाकुर, फैसल अली को कैंडिडेट बनाया गया है. काग्रेस ने हमें समर्थन देने का ऐलान किया है. मतलब साफ़ है की कांग्रेस पार्टी से एक भी उम्मीदवार नहीं उतरेंगे.
एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 11 मार्च ही है. ऐसे में अब इस चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए महज तीन दिनों का ही समय शेष रह गया है. लिहाजा, पार्टी के तरफ से नाम को एलान करने निर्णय लिया जा रहा है. हालांकि,फिलहाल इसकी आधिकारिक जानकारी पार्टी के तरफ से नहीं दी गई है.
वही, बात अगर समीकरणों की करें तो विधान परिषद की एक सीट पर जीत के लिए विधानसभा के 21 सदस्यों के वोट की जरूरत होती है. ऐसे में संख्या बल के हिसाब से एनडीए छह सीटों पर जीत हासिल करता हुआ दिख रहा है. वहीं, महागठबंधन ने 5 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है. गठबंधन की सभी 5 सीटों पर जीत को लेकर थोड़ा सस्पेंस बढ़ गया है. क्योंकि अभी तक आरजेडी के 4 विधायक नीतीश की नेतृत्व वाले एनडीए के पाले में जा चुके हैं. विपक्ष को पांच सीटों पर जीत के लिए 105 विधायकों के वोट की जरूरत होगी. ऐसे में महागठबंधन की राह मुश्किल नजर आ रही है.