रामजी राय हत्याकांड में एसआईटी का गठन, अपराधियों ने कब-कैसे की सेटिंग, कहां से मिला टपकाने का ऑर्डर..? सब जानिए..
सीतामढ़ी के कुख्यात अपराधी रामजी राय की हत्या के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। शुक्रवार को सगुना-बेली रोड की उत्तरी सर्विस लेन स्थित पूर्व मंत्री इलियास हुसैन के घर के पास बाइक सवार तीन अपराधियों ने रामजी राय की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
PATNA: सीतामढ़ी के कुख्यात अपराधी रामजी राय की हत्या के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। शुक्रवार को सगुना-बेली रोड की उत्तरी सर्विस लेन स्थित पूर्व मंत्री इलियास हुसैन के घर के पास बाइक सवार तीन अपराधियों ने रामजी राय की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपराधियों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में दिख रहा है कि रामजी राय एक बाइक पर पीछे बैठा है। एक बाइक पर सवार तीन अपराधी उसका पीछा कर रहे हैं। शूटर उसके नजदीक आते हैं और चलती बाइक से ही रामजी के सिर में गोली मार देते हैं। गोली लगते ही रामजी गिर जाता है और उसका साथी फरार हो जाता है। इसके बाद दो शूटर बाइक से उतरते हैं। और तीन-चार गोलियां रामजी को मारते हैं। इसके बाद सभी वहां भाग जाते हैं। शूटरों से में दो ने ही हेलमेट लगा रखा है।
सूत्रों की मानें तो इस घटना को पटना और सीतामढ़ी के अपराधियों ने अंजाम दिया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो शूटरों की पहचान कर ली गई है। सिटी एसपी पश्चिम अभिनव धीमान ने कहा कि घटनास्थल का टावर डंप लिया गया है। एफएसएल की टीम ने साक्ष्य एकत्र किया है। आमलोगों से भी अपील है कि अगर शूटरों के बारे में कोई जानकारी मिलती है तो पुलिस को सूचना दें। पहचान गुप्त रखी जाएगी।
आपको बता दें कि रामजी राय का ठिकाना इन दिनों पटना में था। उसने बोरिंग रोड में किराया का घर ले लिया था। चार दिन पहले वह पत्नी के साथ पटना आया था। उसकी शादी बीते जनवरी में ही हुई थी। सूत्रों की मानें तो अपराधी सीतामढ़ी से ही रामजी राय के मूवमेंट पर नजर रख रहे थे। शूटरों ने पटना के एक होटल में अपना ठिकाना बनाया था। बोरिंग रोड स्थित घर से रामजी राय के निकलने के बाद से ही शूटर उसका पीछा करने लगे थे। सगुना मोड़ के पास जैसे ही शूटरों को मौका मिला उसे गोलियों से भून दिया। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने एक शूटर की पहचान कर ली है और छापेमारी कर रही है। दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना को अंजाम देने के बाद शूटर गांधी सेतु होते फरार हो गए हैं।रामजी राय की हत्या के कुछ देर बाद ही विकास झा के गैंग ने इसकी जिम्मेवारी ले ली। खुद को गैंग का प्रवक्ता बताकर राज झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी। विकास झा उर्फ कालिया कुख्यात अपराधी है। फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है।
वहीं जांच में यह बात भी आई है कि सीतामढ़ी में एक जमीन को लेकर रामजी राय का विकास झा से विवाद चल रहा था। पुलिस की अबतक की जांच में घटना के कारण में यही बात आ रही है। हालांकि रामजी राय और विकास झा के बीच एक दशक से अदावत चल रही है। विकास झा को ही पटना पुलिस मास्टरमाइंड मान रही है। अब तिहाड़ में बंद विकास झा से पूछताछ हो सकती है। इसके लिए पटना पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया है। इधर पटना पुलिस की एक टीम सीतामढ़ी में छापेमारी कर रही है।
पटना से अजय शर्मा की रिपोर्ट