पटनासिटी के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में भ्रष्टाचार और लापरवाही का पर्दाफाश, NBC24 की रिपोर्ट से हड़कंप

पटनासिटी का गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल एक बार फिर लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गया है। एनबीसी24 की टीम ने जब अस्पताल के पर्चा काउंटर पर सच्चाई जानने की कोशिश की, तो हैरान कर देने वाली हकीकत सामने आई। पढ़ें ये रिपोर्ट..

पटनासिटी के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में भ्रष्टाचार और लापरवाही का पर्दाफाश, NBC24 की रिपोर्ट से हड़कंप

PATNACITY : पटनासिटी का गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल एक बार फिर लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गया है। एनबीसी24 की टीम ने जब अस्पताल के पर्चा काउंटर पर सच्चाई जानने की कोशिश की, तो हैरान कर देने वाली हकीकत सामने आई। सरकार द्वारा निर्धारित 2 रुपये की फीस के बदले ऑन ड्यूटी कर्मचारी मरीजों से खुलेआम 5 से 10 रुपये तक वसूल रहे हैं। जब कैमरे पर सवाल किया गया तो कर्मचारी ने पहले झूठ बोलने की कोशिश की, लेकिन एनबीसी24 के कैमरे में साफ रिकॉर्ड हो गया कि पर्चा काटते वक्त 10 रुपये की उगाही की गई। कैमरे पर नजर पड़ते ही कर्मचारी ने पैसे वापस किए और खुद को बचाने की कोशिश की।

ये मामला कोई नया नहीं है। पहले भी मरीजों ने शिकायत की थी कि उनसे तय शुल्क से ज़्यादा पैसे लिए जा रहे हैं। यही नहीं, अस्पताल में दवाइयों की भारी कमी, स्टाफ की मनमानी और प्रशासनिक लापरवाही जैसे गंभीर मुद्दे भी पहले सामने आ चुके हैं। आपको बता दें कि 6 मई को इसी अस्पताल में एक और गंभीर घटना हुई। एक गर्भवती महिला प्रसव के लिए सुबह 4 बजे अस्पताल पहुंची, लेकिन डॉक्टर और नर्सों की लापरवाही के चलते उसके नवजात की मौत हो गई। यह महिला का पहला बच्चा था और उसने ऑन कैमरा डॉक्टरों की लापरवाही का पूरा सच सामने रखा। मामले में दो नर्सों- मंजू देवी और बेबी देवी को ड्यूटी से हटाकर जांच शुरू कर दी गई है।

आज महिला पटनासिटी अनुमंडल पदाधिकारी से भी मिली जहां अनुमंडल पदाधिकारी ने विश्वास दिलाया कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। अब सवाल यह उठता है कि क्या अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत से यह सब हो रहा है? क्या लंबे समय से जमे कर्मचारियों को प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है? और सबसे अहम कि आखिर कब तक मरीजों की ज़िंदगी से खिलवाड़ होता रहेगा? अब वक्त है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करें। अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था, भ्रष्टाचार और गैरजिम्मेदार स्टाफ के खिलाफ कठोर कदम उठाया जाएं, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।

पटनासिटी से अनिल कुमार की रिपोर्ट