ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. को हिमाचल में मिली बड़ी सफलता, बड़े कांग्रेसी नेता के सगे भाई के काला बाजारी का किया भंडाफोड़

ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. और पांवटा थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पांवटा साहिब की लांबा कॉम्पलैक्स, वार्ड नंबर 6, बड़ौदा बैंक के सामने स्थित कांग्रेस नेता अवनीत लांबा के सगे भाई तेजवीर सिंह लांबा की प्रिंटिंग प्रेस “पांवटा प्रिंटिंग प्रेस” में ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने छापा मारा है

ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. को हिमाचल में मिली बड़ी सफलता, बड़े कांग्रेसी नेता के सगे भाई के काला बाजारी का किया भंडाफोड़

पांवटा साहिब: ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. और पांवटा थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पांवटा साहिब की लांबा कॉम्पलैक्स, वार्ड नंबर 6, बड़ौदा बैंक के सामने स्थित कांग्रेस नेता अवनीत लांबा के सगे भाई तेजवीर सिंह लांबा की प्रिंटिंग प्रेस पांवटा प्रिंटिंग प्रेसमें ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने छापा मारा है। पांवटा थाना पुलिस की मदद से ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम छापेमारी की है। जहां अवैध रुप से छापे जा रहे बड़े-बड़े ब्रांड्स समेत नकली दवाइयों के रैपर्स बरामद किए गए। जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। पुलिस ने इन रैपर को अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं चौंकाने वाली सबसे बड़ी बात ये है कि सन-फार्मा और मैनकाइंड फार्मा जैसी बड़ी कंपनियों के रैपर्स छापने का भी जिम्मा इनके प्रिंटिंग प्रेस को प्राप्त है।

पांवटा प्रिंटिंग प्रेस से सिपला(cipla), इंटास(Intas), रैकेट बेंकाइजर(reckitt benckiser ), हिमालया(Himalya), पिडीलाइट(Pidilite), फाइजर(Pfizer), अल्केम(Alkem), टॉरेंट फार्मा(Torrent Pharma), टॉरेंट जाइडस(Torrent Zidus) समेत दर्जनों फार्मा कंपनियों के नकली रैपर्स बरामद किए गए हैं। आपको बता दें कि देश में नकली दवाएं बेचने वाला ड्रग्स माफिया इस मामले में सक्रिय है, जो नकली दवाएं या एक्सपायरी दवाएं कंपनियों से खरीद कर उन पर इस तरह के फर्जी रैपर चिपका कर बाजार में बेच देता है। ब्रांडेड कंपनियों के रैपर लगाकर बेच रहे माफिया और धंधेबाजों को बड़ा मुनाफा होता है। इसका सबसे बड़ा खामियाजा मरीजों को भूगतना पड़ता है।

अमीरों की दलाली करने वाला कांग्रेसी नेता का भाई है आरोपी

बता दें कि पांवटा प्रिंटिंग प्रेस (Paonta Printing Press) के मालिक तेजवीर सिंह लांबा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि यह सारा अवैध धंधा कांग्रेसी नेता अवनीत सिंह लांबा का सगा भाई कर रहा था। सवाल अवनीत सिंह लांबा पर भी उठना शुरू हो गए हैं कि क्या वह भी अपने भाई के साथ इस मामले में सन्लिप्त था।

वहीं आपको बताते चलें कि छापेमारी के दौरान बड़े-बड़े उद्योगपतियों समेत बड़े पुलिस अधिकारियों के द्वारा ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम पर रेड को रोकने का दवाब बनाया गया। इतना ही नहीं ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम को धमकियां भी दी गई। लेकिन ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने हिम्मत का परिचय देते हुए रेड को जारी रखते हुए कांग्रेसी नेता के सगे भाई के काला बाजार का भंडाफोड़ कर डाला।

कांग्रेसी नेता पर पहले भी है कई गंभीर आरोप...

 आरोप लगाए जाते हैं कि अवनीत सिंह लांबा राजनीति की आड़ में दलाली का काम करते है। कई फार्मा कंपनियों के लिए अपने फर्जी कृषक प्रमाण पत्र पर कंपनी मालिकों के लिए जमीनों की खरीद फरोख्त भी करते है, और कंपनियों से लाखों रुपए दलाली के रूप में डकार जाते हैं!

वहीं बता दें कि उनके पिता देवेंद्र सिंह लांबा पर भी हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के लगभग 32 लाख रुपए डकार जाने को लेकर एसडीएम कोर्ट पांवटा साहिब में मामला दर्ज किया गया है। कुल मिलाकर यह कांग्रेसी परिवार राजनीति की आड़ में गलत धंधों को अंजाम दे रहा है, जिस पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और मुख्यमंत्री को विराम लगाना चाहिए।

वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए एसडीपीओ मानवेंद्र ठाकुर ने बताया कि पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में अवैध तरीके से फर्जी रैपर छपाई का काम चल रहा था। कंपनी की शिकायत के बाद जव पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में रेड़ की गई तो वहां से कई कंपनियों के रैपर बरामद किए गए हैं। फिलहाल कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।