अपनी पत्नी को पाने के लिए गुहार लगा रहा ये इंजीनियर, अंतरजातीय शादी के बाद घर वाले कर रहे दूसरी शादी !
एक ओर सरकार अंतरजातीय प्रेम विवाह को बढ़ावा दे रही है, और अंतरजातीय विवाह करने वालों को प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है तो वहीं दूसरी ओर एक इंजीनियर अंतरजातीय शादी के बाद मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहा है। वह अपनी पत्नी को पाने के लिए मंत्रियों से लेकर पुलिस तक से गुहार लगा रहा है।

PATNA : एक ओर सरकार अंतरजातीय प्रेम विवाह को बढ़ावा दे रही है, और अंतरजातीय विवाह करने वालों को प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है तो वहीं दूसरी ओर एक इंजीनियर अंतरजातीय शादी के बाद मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहा है। वह अपनी पत्नी को पाने के लिए मंत्रियों से लेकर पुलिस तक से गुहार लगा रहा है। दोनों ने कोर्ट में रजामंदी से शादी की थी। इंजीनियर पति राजेश कुमार कंकड़बाग थाना क्षेत्र के जवाहर कॉलोनी रोड नंबर 4 के रहने वाले हैं। अब अपनी ही पत्नी सीमा रानी को पाने की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं।
पीड़ित राजेश कुमार और सीमा रानी ने अंतरजातीय विवाह कोर्ट में किया था। दोनों एक ही मुहल्ले के रहने वाले हैं।दोनों साथ में कॉलेज से इंजीनियरिंग करने के दौरान घर वालों को बिना बताए चुपके से शादी कर ली। समय आने पर सीमा ने घर वालो को इस विवाह की जानकारी देने की बात कही थी। ऐसे में जब घर वालो को इनके प्रेम विवाह का पता चला तो लड़की पक्ष की नाराजगी बढ़ गई और सीमा पर पाबंदी लगा दी।साथ ही, सीमा का विवाह दूसरे जगह तय कर दिया। इसका पता जब पति राजेश को चला तो मंत्री सहित पुलिस महकमे का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि अभी तक उनकी गुहार अनसुनी है। राजेश ने आरोप लगाया है कि सीमा के परिवार वालों ने उसका ब्रेनवॉश कर दिया है। लड़की पक्ष सीमा की दूसरी शादी 5 मई को करवाने की तैयारी में जुटे हैं। ऐसे में पीड़ित राजेश ने कंकड़बाग थाने में लिखित आवेदन दिया है।
पीड़ित का कहना है कि हिंदू मैरिज एक्ट के तहत बिना डाइवोर्स दूसरी शादी कैसे कोई कर सकता है। बावजूद इसके उसके परिवार वाले सीमा की शादी दूसरे लड़के से करवा रहे हैं। पति राजेश का आरोप है कि पत्नी सीमा की जबरन शादी परिवार वाले दबाव बना कर करवा रहे हैं। उन्होंने पटना पुलिस से इसमें हस्तक्षेप कर इस शादी को रोकने की गुहार लगाई है। एक ओर सरकार अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा दे रही है और प्रोत्साहन राशि भी दंपती को प्रदान कर रही है, वहीं राजेश के मामले में पुलिस-प्रशासन उदासीन रवैध अपना रहा है। कहीं उसकी फरियाद नहीं सुनी जा रही है।
पटना से अजय शर्मा की रिपोर्ट की रिपोर्ट