पटना के आसमान में दिखा शौर्य का पराक्रम, सूर्यकिरण की कलाबाजियों ने रचा इतिहास

राजधानी पटना का जेपी गंगा पथ मंगलवार को गर्व और रोमांच का गवाह बना, जब भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक्स टीम ने आकाश में अद्भुत करतब दिखाए। यह नज़ारा सिर्फ एक एयर शो भर नहीं था, बल्कि वीरता, अनुशासन और देशभक्ति का जीवंत प्रदर्शन भी था।

पटना के आसमान में दिखा शौर्य का पराक्रम, सूर्यकिरण की कलाबाजियों ने रचा इतिहास

PATNA : राजधानी पटना का जेपी गंगा पथ मंगलवार को गर्व और रोमांच का गवाह बना, जब भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक्स टीम ने आकाश में अद्भुत करतब दिखाए। यह नज़ारा सिर्फ एक एयर शो भर नहीं था, बल्कि वीरता, अनुशासन और देशभक्ति का जीवंत प्रदर्शन भी था। इस दौरान शौर्य दिवस की गरिमा को नई ऊंचाइयां मिली और बाबू वीर कुंवर सिंह के शौर्य को वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाने की सराहनीय पहल भी हुई।

 9 हॉक-132 जेट विमानों ने किया रोमांचित : बिहार सरकार की ओर से महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती को शौर्य दिवस के रूप में मनाने की पहल को एक ऐतिहासिक रंग मिल रहा है। नौ हॉक-132 जेट विमानों ने पटना के नीले आकाश को अपनी लहरदार फॉर्मेशन, लूप्स और धमाकेदार डाइव्स से सजा दिया।

हर कोई कैद कर लेना चाहता था पल : इस रोमांचक प्रदर्शन को देखने के लिए हजारों की संख्या में छात्र, बच्चे और आमजन सभ्यता द्वार के सामने उमड़े। बच्चों की आंखों में उत्साह था, युवाओं के चेहरों पर देशभक्ति की चमक और हर दिल में भारतीय वायु सेना के प्रति गर्व का भाव दिखाई दे रहा था। जब आकाश में सूर्यकिरण विमान दिखाई दिए तो हर कोई इस पल को अपने कैमरे में कैद करने की कोशिश करते दिखा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दूरदर्शी नेतृत्व : यह आयोजन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दूरदर्शी और नेतृत्व का मजबूत प्रमाण बन रहा है। मुख्‍य आयोजन से पहले प्रशासन की सशक्त तैयारियां, सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट तक का अभ्‍यास नजर आया। छात्रों के लिए बस, जलपान और गाइड की व्यवस्था की गई। इससे सरकार की संवेदनशीलता और समर्पण झलकता है।

भविष्‍य की दिशा तय करेगा बिहार : यह आयोजन साबित कर रहा है कि बिहार अब केवल अपने इतिहास पर नहीं बल्कि अपने भविष्य की दिशा तय करने वाले आयोजनों के लिए भी जाना जाएगा। 23 अप्रैल से पहले का ये अभ्‍यास एयर शो ना केवल युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बन रहा है बल्कि उन्हें भारतीय वायुसेना में करियर बनाने की ओर भी आकर्षित कर रहा है। बिहार सरकार का यह कदम केवल एक आयोजन नहीं बल्कि एक आंदोलन की तरह नजर आया। इसे युवा मन को देश प्रेम, अनुशासन और आत्मबल से जोड़ने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।