2.54 लाख विद्यार्थियों का फंसा रिजल्ट, बिहार के 90% कॉलेजो ने बिना मान्यता एडमिशन लेकर कराई परीक्षा

2.54 लाख विद्यार्थियों का फंसा रिजल्ट, बिहार के 90% कॉलेजो ने बिना मान्यता एडमिशन लेकर कराई परीक्षा इस मामले का पता चलते ही शिक्षा विभाग भी चौंक गया है। इसलिए अब कार्यवाई करते हुए बिना मान्यता वाले कॉलेजों में नामांकन पर रोक लगा दी गई है और छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए परीक्षाफल किस आधार पर जारी किया जाए इसपर कानूनी सलाह विधि विशेषज्ञों से मांगी गई है।

2.54 लाख विद्यार्थियों का फंसा रिजल्ट, बिहार के 90% कॉलेजो ने बिना मान्यता एडमिशन लेकर कराई परीक्षा

NBC 24 DESK - 2.54 लाख विद्यार्थियों का फंसा रिजल्ट, बिहार के 90% कॉलेजो ने बिना मान्यता एडमिशन लेकर कराई परीक्षा

इस मामले का पता चलते ही शिक्षा विभाग भी चौंक गया है। इसलिए अब कार्यवाई करते हुए बिना मान्यता वाले कॉलेजों में नामांकन पर रोक लगा दी गई है और छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए परीक्षाफल किस आधार पर जारी किया जाए इसपर कानूनी सलाह विधि विशेषज्ञों से मांगी गई है। बिना मान्यता प्राप्त किए 2 लाख 54 हजार छात्र-छात्राओं का नामांकन लेने, रजिस्ट्रेशन कराने और फिर स्नातक की परीक्षा में शामिल कराने का मामला उजागर हुआ है जिससे हजारो लाखो छात्र छात्राओं के भविष्य से खेला जा रहा है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों द्वारा ऐसे कॉलेजों की बिना जांच-पड़ताल किए छात्र-छात्राओं को परीक्षा में शामिल करने की मंजूरी दे दी गई। बताया जा रहा है की इसमें विश्वविद्यालयों का ही नहीं बल्कि कई सरकारी लोगो के व् हाथ है जो पैसो की कमाई के चल्ते इस तरह के मामले में जुड़े रहते है। इसमें कई राज्यों के कई विश्वविद्यालय शामिल है जैसे, कॉलेज वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय (आरा), बीआरए बिहार विश्वविद्यालय (मुजफ्फरपुर) और बीएन मंडल विश्वविद्यालय (मधेपुरा) से जुड़े हैं।