नवादा में ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम ठगी करने वाले 8 साइबर अपराधियों को पुलिस ने दबोचा, 13 मोबाईल, 05 एटीएम कार्ड और 1,83,670 रुपए नगद बरामद

नवादा जिला साईबर क्राईम का सुरक्षित जोन बन गया है, लगातार यहां से साईबर क्राईम की घटना सामने आ रही है। पूरे देश के लोगों को नवादा में रहकर साईबर फ्रॉड किया जा रहा है। नवादा में बैठकर साईबर ठग देश के हर राज्यों के लोगों का चूना लगा रहे हैं..

नवादा में ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम ठगी करने वाले 8 साइबर अपराधियों को पुलिस ने दबोचा, 13 मोबाईल, 05 एटीएम कार्ड और 1,83,670 रुपए नगद बरामद
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NAWADA: नवादा जिला साईबर क्राईम का सुरक्षित जोन बन गया है, लगातार यहां से साइबर क्राइम की घटना सामने आ रही है। पूरे देश के लोगों क़ो नवादा में रहकर साईबर फ्रॉड किया जा रहा है। नवादा में बैठकर साइबर ठग देश के हर राज्यों के लोगों का चूना लगा रहे हैं। जिसको लेकर जिला प्रसाशन भी अलर्ट है और लगातार इसके खिलाफ छापेमारी कर सैकड़ों लोगों क़ो गिरफ्तार कर जेल भेजी है। बावजूद साइबर क्राइमर विभिन्न नए तरीके से ठगी में लगे हैं।

ताजा मामला नवादा जिले के वारिसलीगंज थानाक्षेत्र के गोसपुर ग्राम की है, जहां मंगलवार को वारिसलीगंज थाना को गुप्त सूचना मिली थी कि गोसपुर ग्राम में कुछ साईबर क्राईमर इकट्ठा हुए हैं। जिनके द्वारा भोले-भाले जनता को ठगने का काम किया जा रहा है। सूचना मिलने पर तुरंत थानाध्यक्ष ने नवादा पुलिस अधीक्षक को सूचना दिया, जिसके बाद एक टीम गठित कर उक्त स्थान पर घेराबंदी कर छापेमारी किया। पुलिस ने देखा कि कि गोसपुर हॉल्ट के सौ मीटर दूरी पर उतर दिशा में वाल्मीकि सिंह के अर्धनिर्मित मकान में कुछ साईबर अपराधी अपराध कारित कर रहे हैं। पुलिस क़ो लेकर साईबर अपराधी भागने लगे, लेकिन पुलिस ने कुल 08 साईबर अपराधी क़ो धर दबोचा है, जिनके पास से 13मोबाईल फोन, 05 एटीएम कार्ड, 1,83,670 रुपए नगद बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि एक साईबर अपराधी दीवार कूदकर भागने में सफल रहा। पुलिस ने सभी अपराधी को स्थानीय थाना लाकर पूछताछ कर रही है।

गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को बताया कि इन लोगों द्वारा एक योजना के तहत फेसबुक पर धनी फाईनेंस एवं अन्य विश्वसनीय संस्था क़े नाम से फर्जी आईडी बनाई जाती है। कस्टमर से नंबर निकालकर धनी फाईनेंस के नाम से ऑनलाईन लोन दिलाने के लिए ग्राहक को फोन करते हैं। जब कोई ग्राहक इनके जाल में फंस जाते हैं तो उनको विश्वास दिलाने क़े लिए उनके डॉक्यूमेंट जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो एवं ईमेल आदि की छायाप्रति की मांग की जाती है। इसके बाद एनओसी क़े नाम पर ग्राहक से छोटी रकम मांगी जाती है। उसके बाद डॉक्यूमेंट अप्रूव होने के नाम पर प्रोसेसिंग शुल्क की मांग की जाती है। इसी तरह ग्राहकों से हजारों की ठगी कर ली जाती थी।

पुलिस ने वारिसलीगंज थाने में गिरफ्तार सभी साईबर अपराधी क़े विरुद्ध कांड संख्या 173/24 दिनांक 07 अप्रैल क़ो दर्ज कर अनुसंधान में जुटी है। पुलिस ने एटीएम कार्ड, मोबाईल और नगद राशि क़ो जप्त कर गिरफ्तार सभी लोगों क़ो न्यायालय भेज रही है। इस बाबत पुलिस अग्रेतर कार्रवाई में जुटी है ।

इन साईबर ठगों की हुई गिरफ्तारी: पुलिस ने जो 08 साईबर ठगों क़ो गिरफ्तार किया है ,उनमें दिलखुश कुमार उम्र 22 वर्ष पिता मनोज सिंह, त्रिपुरारी कुमार उम्र 28 वर्ष पिता संजय कुमार ,प्रशांत कुमार उम्र 28 वर्ष पिता योगेन्द्र सिंह, बिट्टू कुमार 28 वर्ष पिता वाल्मीकि सिंह, अंकुर कुमार उम्र 26 वर्ष पिता शंभू शरण सिंह, खिखर सिंह उम्र 29 वर्ष पिता स्व. परमानंद सिंह, रोहित कुमार उम्र 27 वर्ष पिता राजेश सिंह इन सभी वारिसलीगंज थानाक्षेत्र क़े गोसपुर ग्राम क़े हीं निवासी थे, वहीं एक अन्य नालंदा जिले क़े कतरीसराय थानाक्षेत्र के कटौना ग्राम निवासी गौतम कुमार उम्र 35 वर्ष पिता भूषण सिंह शामिल है 

नवादा से सुनील कुमार की रिपोर्ट