नीट परीक्षा में सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह के दो सदस्य अरेस्ट, समस्तीपुर जेल का शातिर डॉक्टर भी धराया
नीट अभ्यर्थियों से आठ से दस लाख रुपये लेकर उनकी जगह सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को समस्तीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये लोग परीक्षा में अभ्यर्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थियों को बैठाकर परीक्षा दिलाते थे।

SAMSTIPUR : नीट अभ्यर्थियों से आठ से दस लाख रुपये लेकर उनकी जगह सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को समस्तीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये लोग परीक्षा में अभ्यर्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थियों को बैठाकर परीक्षा दिलाते थे। यह जालसाजी परीक्षा में अधिकतम अंक अर्जित करने के लिए की जाती थी, ताकि अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन हो जाए। समस्तीपुर पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक ने एक टीम का गठन किया था। टीम ने दो जलसाजों को पकड़ा तो बड़ा खुलासा हुआ।
समस्तीपुर एएसपी संजय कुमार पांडेय ने बताया कि जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर नीट-2025 परीक्षा रविवार को निर्धारित थी। कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन के लिए संबंधित थाना की पुलिस के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी सतर्क रहकर निगरानी कर रहीं थीं। इसी क्रम में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गिरोह के सक्रिय सदस्य समस्तीपुर जिले में घूम कर परीक्षा में तकनीकी रूप से छेड़छाड़ करने की फिराक में हैं। समस्तीपुर पुलिस को इस मामले की सूचना जैसे ही मिली, जिले के एसपी ने त्वरित रूप से तकनीकी और मानवीय इंटेलिजेंस के आधार पर एक कार को परीक्षा केंद्रों के आसपास लगातार मंडराते देखा।
निगरानी और तकनीकी साक्ष्य प्राप्त करने के बाद इस मामले का सत्यापन किया गया और मोहनपुर पुल के पास संदिग्ध अवस्था में दो लोगों को पकड़ लिया गया। इनसे पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया। एएसपी संजय कुमार पांडेय ने बताया कि कार में बैठे व्यक्ति ने अपना नाम रामबाबू मलिक बताया जो दरभंगा जिले के लहेरियासराय के रामगंज काली मंदिर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वहीं, दूसरे व्यक्ति की पहचान डॉक्टर रंजीत कुमार के रूप में हुई है जो समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बेलसंडी का रहने वाला है और समस्तीपुर जेल में डॉक्टर के पद पर पदस्थापित है।
दोनों ने पूछताछ के क्रम में बताया कि नीट-2025 की परीक्षा में समस्तीपुर और अन्य जगहों पर मूल अभ्यर्थियों के बदले स्कॉलर बैठाते थे। इसके लिए पहचान पत्र और हस्ताक्षर कर फर्जी परीक्षार्थी को अन्य छात्रों की जगह पर भेजते थे। इन दोनों ने फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाने की सेटिंग करने की बात भी स्वीकार की है। इनके पास से बरामद मोबाइल में परीक्षा से संबंधित बहुत सारे कागजात और परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड पाए गए हैं, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
समस्तीपुर से शाकिब रहमान की रिपोर्ट