बिहार में लग्जरी कार से नहीं नाव पर निकली बारात, हाथों में छतरी लिए शादी करने पहुंचा दूल्हा
बिहार में गर्मी और हीटवेव के आतंक के बाद अब बाढ़ का खतरा डराने लगा है। लगातार हो रही बारिश से नदियों का लेवल ऊपर होता जा रहा है, जिससे जनजीवन ही प्रभावित नहीं हो रहा बल्कि शादी-विवाह भी प्रभावित हो रहा है
MADHUBANI: बिहार में गर्मी और हीटवेव के आतंक के बाद अब बाढ़ का खतरा डराने लगा है। लगातार हो रही बारिश से नदियों का लेवल ऊपर होता जा रहा है, जिससे जनजीवन ही प्रभावित नहीं हो रहा बल्कि शादी-विवाह भी प्रभावित हो रहा है। वैसे तो शादी में बैंड बाजा और गाड़ियां लेकर दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर शादी करने को पहुंचता है, लेकिन बिहार के मधुबनी से एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां दूल्हा नाव से बारात लेकर रवाना हुआ. बड़ी बात है कि दुल्हन भी नाव से ही अपने ससुराल आएगी.
मामला जिले के मधेपुर प्रखंड के परबलपुर गांव है. इस गांव में 6 महीने सूखा तो 6 महीने बाढ़ की स्थिति रहती है. इस कारण लोगों को यहां काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह इलाका कोसी में आता है. यहां बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त तो होता ही है ऊपर से बारिश में भी बाढ़ जैसी स्थित हो जाती है. ऐसे में लोगों को नाव ही एक सहारा रहता है.
यहां हर साल बाढ़ आने और 6 महीने तक पानी रहने के कारण सड़कें भी अच्छी नहीं है. यही कारण है कि लोग नाव से आवागमन करते हैं. शादी विवाह हो या कोई और समारोह हो. एक गांव से दूसरे गांव और बाजार जाने के लिए नाव ही सहारा है. सोमवार को गांव से नाव के माध्यम से बारात ले जानी पड़ी.
परबलपुर गांव निवासी मो. एहसान की शादी बड़हारा गांव की लड़की से एक महीने पहले ही तय हुई थी. सब कुछ ठीक चल रहा था इसी बीच कोसी नदी में बाढ़ आने के कारण सारा प्लान फेल हो गया. हालांकि घर से बलथी चौक के निकट पश्चिमी कोसी तटबंध तक गाड़ी से बारात पहुंची थी लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण गाड़ी आगे नहीं जा सकती थी. इसलिए नाव पर ही दूल्हा को आगे जाना पड़ा.
10 किमी दूर नाव से बारातः दूल्हा के पिता मो. कमालउद्दीन ने बताया कि शादी तय हो चुकी थी इसलिए निजी नाव भारा पर लाना पड़ा. गांव से 10 किमी दूर नाव के माध्यम से बारात ले गए. उन्होंने बताया कि दुल्हन भी नाव के माध्यम से ससुराल पहुंचेगी. पिता ने बताया कि कोई दूसरा विकल्प नहीं है इसलिए नाव से जाना पड़ा. यह शादी चर्चा का विषय बना हुआ है.