नई संसद में PM मोदी का संबोधन, 10 पॉइंट में समझें, वर्तमान, इतिहास और विपक्ष पर क्या कहा?

आज उद्घाटन के बाद नई संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि भारत की नई संसद सपनों को कैसे साकार करेगी.

नई संसद में PM मोदी का संबोधन, 10 पॉइंट में समझें, वर्तमान, इतिहास और विपक्ष पर क्या कहा?

NBC24 DESK:- नए संसद भवन (New Parliament Building) में आज पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) संबोधन ने किया. सबसे पहले पीएम मोदी ने कहा कि हर देश की विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे आते हैं, जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं. कुछ तारीखें समय के ललाट पर इतिहास का अमिट हस्ताक्षर बन जाती हैं. आज 28 मई, 2023 का ये दिन, ऐसा ही शुभ अवसर है. देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है. इस अमृत महोत्सव में भारत के लोगों ने अपने लोकतंत्र को संसद के इस नए भवन का उपहार दिया है. आज सुबह ही संसद भवन परिसर में, सर्वपंथ प्रार्थना हुई है. मैं सभी देशवासियों को भारतीय लोकतंत्र के इस स्वर्णिम क्षण की बहुत-बहुत बधाई देता हूं. इसके बाद पीएम मोदी ने इतिहास, विपक्ष और भारत के भविष्य पर तमाम अहम बातें कहीं आइए उनको 10 पॉइंट में समझते हैं.

PM मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

पीएम मोदी ने कहा कि ये नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का माध्यम बनेगा. ये नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा. ये नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धि होते हुए देखेगा. ये नया भवन नूतन और पुरातन के सह-अस्तित्व का भी आदर्श उदाहरण है.

2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज नया भारत, नए लक्ष्य तय कर रहा है, नए रास्ते गढ़ रहा है. नया जोश है, नई उमंग है. नया सफर है, नई सोच है. दिशा नई है, दृष्टि नई है. संकल्प नया है, विश्वास नया है.

3. पीएम मोदी भारत एक लोकतांत्रिक राष्ट्र ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जननी भी है, Mother of Democracy भी है. भारत आज वैश्विक लोकतंत्र का भी बहुत बड़ा आधार है. लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ एक व्यवस्था नहीं, एक संस्कार है, एक विचार है, एक परंपरा है.

4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा है, हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है. इस प्रेरणा, इस संकल्प की सबसे श्रेष्ठ प्रतिनिधि हमारी ये संसद ही है.

5. पीएम मोदी ने कहा कि हमारा लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा है, हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है. इस प्रेरणा, इस संकल्प की सबसे श्रेष्ठ प्रतिनिधि हमारी ये संसद ही है.

6. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से 25 साल बाद, भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा. हमारे पास भी 25 वर्ष का अमृत कालखंड है. इन 25 वर्षों में हमें मिलकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है.

7. पीएम मोदी ने कहा कि सफलता की पहली शर्त, सफल होने का विश्वास ही होती है. ये नया संसद भवन, इस विश्वास को नई बुलंदी देने वाला है. ये विकसित भारत के निर्माण में हम सभी के लिए नई प्रेरणा बनेगा. ये संसद भवन हर भारतीय के कर्तव्य भाव को जागृत करेगा.

8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इस ऐतिहासिक अवसर पर कुछ देर पहले संसद की नई इमारत में पवित्र सेन्गोल की भी स्थापना हुई है. महान चोल साम्राज्य में सेंगोल को कर्तव्य पथ का, राष्ट्र पथ का प्रतीक माना जाता था. राजा जी और अधिनम के संतों के मार्ग दर्शन में यही सेंगोल सत्ता के हस्तातंरण का प्रतीक बना था.

9. पीएम मोदी ने कहा कि आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है. इसमें वास्तु, विरासत, कला, कौशल, संस्कृति और सविंधान भी है. लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पंक्षी मोर पर आधारित है, राज्यसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है. संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है.

10. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने का साधन बनेगा. यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा. यह नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा.