चिराग बोले जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद बड़ी समस्या की जड़ बन गए हों, वहां उनके मंत्री और पुलिस से उम्मीद कैसी
बिहार में रामचरित मानस को लेकर राजनीति गरमा हुई है।बता दे की तमाम भाजपा नेता एक साथ विवादित बयान देनेवाले सूबे के शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और उन्हें पागलखाने भेजने से लेकर राजद्रोह का केस करने की बात कह रहे हैं। ऐसे में अब इस विवादित मामले पर लोजपा रामविलास प्रमुख चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। आज पटना पहुंचे चिराग पासवान ने शिक्षा मंत्री
NBC24 DESK - बिहार में रामचरित मानस को लेकर राजनीति गरमा हुई है।बता दे की तमाम भाजपा नेता एक साथ विवादित बयान देनेवाले सूबे के शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और उन्हें पागलखाने भेजने से लेकर राजद्रोह का केस करने की बात कह रहे हैं। ऐसे में अब इस विवादित मामले पर लोजपा रामविलास प्रमुख चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। आज पटना पहुंचे चिराग पासवान ने शिक्षा मंत्री के बहाने बिहार की नीतीश सरकार पर बड़ा हमला किया है।शिक्षा मंत्री के विवादित बयान पर चिराग पासवान ने कहा शिक्षा मंत्री और तमाम ऐसे राजनीतिक दल और नेता जो बंटवारे की राजनीति करना चाहते हैं, वह हमारे इतिहास को, हमारे ग्रंथों को, जिनमें लोगों की आस्था होती है, उस पर सवाल उठाकर लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम करते हैं। हम ऐसे प्रदेश में है जहां के मुख्यमंत्री ने बंटवारे की राजनीति करके ही अपनी राजनीति की है। इस तरीके के भड़काऊ भाषण ही मुख्यमंत्री देते हैं और उनके सरकार के मंत्री देते हैं। पिछले चुनाव में अंजाम भुगतने हैं आने वाले समय में भी भुगतना पड़ेगा।
वहीं समाधान यात्रा को लेकर के चिराग पासवान ने कहा पहले बक्सर का समाधान करें। पटना एयरपोर्ट पर चिराग पासवान ने बक्सर की घटना पर बयान देते हुए कहा बक्सर की घटना जितनी निंदनीय है उतना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अमानवीय चेहरा दर्शाता है। सभी लोगों ने देखा किस तरीके से पुलिस में घर में घुसकर किसान परिवार के लोगों को बर्बरता से पीटने का काम किया, ना बच्चों को बख्शा ना महिलाओं को छोड़ा।
चिराग ने कहा कि आज अगर किसान मौजूदा सर्कल रेट पर अपना मुआवजा मांगता है जो उसका हक है उस अधिकार से उसको वंचित किया जाता है और अंत में हक अधिकार की मांग पर परिवार के सदस्यों को पीटा जाता है। चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा और कहा आखिर इसका क्या समाधान है बताइए। अपने स्वार्थ यात्रा के नाम पर समाधान यात्रा निकालने मुख्यमंत्री निकले हैं पहले वह बक्सर का समाधान करें। किसानों का समाधान करें। अभ्यर्थियों का समाधान करें। तब जाकर सही मायनों में बिहार में समाधान हो पाएंगे लेकिन जो समस्या की जड़ खुद हो उनके समाधान की अपेक्षा रखना संभव नहीं है, बक्सर की घटना उसका जीता जाता उदाहरण है।