बेतिया में एनडीए कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री के किया संवाद, अगले 5 वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी-रोजगार

मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरू से ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य में बड़े पैमाने पर सड़कों, पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। सात निश्चय के तहत हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसके साथ ही सभी टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम पूरा हो गया है। वर्ष 2020 में युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरी एवं 10 लाख रोजगार देना तय किया गया था। अभी तक युवाओं को 10 लाख नौकरी एवं 39 लाख रोजगार दे दिया गया है। चुनाव से पहले ही 50 लाख से अधिक नौकरी एवं रोजगार दे दिया जायेगा। अब तय किया है कि अगले 5 वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी -रोजगार दिया जायेगा।

बेतिया में एनडीए कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री के किया संवाद, अगले 5 वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी-रोजगार
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PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया के गांधी सभागार में आयोजित कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज मुझे प्रगति यात्रा के दौरान घोषित योजनाओं के स्थल भ्रमण एवं शिलान्यास के लिए बेतिया आने तथा आपसे बातचीत करने का मौका मिला है। बहुत खुशी की बात है कि इस कार्यकर्ता संवाद में आप सब लोग उपस्थित हैं। मैं आपका अभिनंदन करता हूँ। आप सब जानते हैं कि पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया। पहले बिहार का बहुत बुरा हाल था। जब 24 नवंबर, 2005 को एनडीए की सरकार बनी थी, तब से हम लोग बिहार के विकास में लगे हुये हैं। राज्य में कानून का राज है। सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरू से ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य में बड़े पैमाने पर सड़कों, पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। सात निश्चय के तहत हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसके साथ ही सभी टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम पूरा हो गया है। वर्ष 2020 में युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरी एवं 10 लाख रोजगार देना तय किया गया था। अभी तक युवाओं को 10 लाख नौकरी एवं 39 लाख रोजगार दे दिया गया है। चुनाव से पहले ही 50 लाख से अधिक नौकरी एवं रोजगार दे दिया जायेगा। अब तय किया है कि अगले 5 वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी -रोजगार दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का बजट लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2005-06 में नयी सरकार बनने के समय राज्य का बजट मात्र 28 हजार करोड़ रुपये था जिसे वर्ष 2006-07 में बढ़ाकर 34 हजार करोड़ रुपये किया गया और यह लगातार बढ़ते-बढ़ते अब 3 लाख 16 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कुछ नये निर्णय लिये गये हैं जिसके तहत सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को मिलने वाली पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 कर दिया गया है। इससे 1 करोड़ 12 लाख लोगों को फायदा हो रहा है। वर्ष 2018 में हर घर बिजली पहुंचा दी गयी। सरकार द्वारा शुरू से ही बहुत सस्ती दर पर बिजली दी जाती थी।

अब लगभग सभी घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली दी जा रही है। सरकार की तरफ से सभी इच्छुक लोगों के घरों पर सोलर पैनल लगाये जायेंगे। हाल ही में महिलाओं के रोजगार के लिए एक नयी योजना 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' की स्वीकृति दी गयी है जिसमें हर घर की एक महिला को रोजगार शुरू करने के लिए 10 हजार रूपये की राशि दी जायेगी। जिनका रोजगार अच्छा चलेगा उन्हें 2 लाख रूपये तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जायेगी। यह काम इसी सितम्बर माह से शुरू हो जायेगा। बिहार में नये उद्योग लगाने के लिए मुफ्त जमीन एवं विशेष सहायता दी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास में केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। वर्ष 2024 के केन्द्रीय बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा की गयी थी। इसके साथ ही फरवरी, 2025 के केन्द्रीय बजट में बिहार में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना,पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता आदि की घोषणा की गयी है। केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 से देश के कुछ राज्यों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' का आयोजन बिहार में हुआ, जो गौरव की बात है। इन सब कामों के लिए हम आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद देते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 में सात निश्चय के तहत हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय तथा टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम पूरा हो गया है। वर्ष 2020 से सात निश्चय-2 के तहत कई योजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट, हर खेत तक सिंचाई का पानी, टेलीमेडिसिन, बाल हृदय योजना पर तेजी से काम चल रहा है। शुरू से ही युवाओं को सरकारी नौकरी एवं रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। महिला सशक्तीकरण पर जोर दिया गया है। वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 में नगर निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण से महिला सशक्तिकरण की शुरूआत की गयी।

स्थानीय निकाय के अब तक चार चुनाव हो चुके हैं जिनमें बड़ी संख्या में महिलायें चुनकर आ रही हैं। वर्ष 2013 से पुलिस में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। वर्ष 2016 से महिलाओं को सरकारी नौकरियों में भी 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या बहुत कम थी। वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर राज्य में स्वयं सहायता समूह का गठन किया, जिसे 'जीविका' नाम दिया। अब स्वयं सहायता समूह की संख्या लगभग 10 लाख हो गयी है जिसमें 'जीविका दीदियों' की संख्या 1 करोड़ 40 लाख है। वर्ष 2024 से शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन हो रहा है जिनकी संख्या 37 हजार हो गयी है जिसमें लगभग 3 लाख 5 हजार जीविका दीदियां हैं। 

हमने शुरू से ही सभी तबकों का विकास किया है। चाहे हिन्दू हो, मुस्लिम हो, अपर कास्ट हो, पिछड़ा हो, अति पिछड़ा हो, दलित हो, महादलित हो सभी के लिए काम किया है। मुस्लिम समुदाय के लिए भी हमने काफी काम किया है। मदरसों को सरकारी मान्यता दी गयी है एवं उनके शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन दिया जा रहा है। वर्ष 2023 में जाति आधारित गणना करायी जिससे लोगों की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी ली गयी है। इसमें 94 लाख गरीब परिवार पाये गये जिसमें अपर कास्ट, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, महादलित एवं मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हैं। इनके रोजगार हेतु 2 लाख रुपये की दर से सहायता देना शुरू किया। इस सहायता को 5 वर्षों में सभी लोगों को देना था, अब तय कर दिया है कि इन सभी परिवारों को एक साथ सहायता दी जायेगी जिसके लिए उच्च स्तरीय समिति बनायी गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको याद होगा कि पश्चिम चम्पारण का पहले क्या हाल था। वर्ष 2005 से पूर्व यहां बड़े पैमाने पर अपराध होते थे और झगड़ा झंझट होता था। पहले की सरकार ने कुछ नहीं किया। अब बिहार में कानून का राज है और हमलोगों ने यहाँ विकास के सभी काम करा दिये हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज एवं पॉलिटेक्निक संस्थान की स्थापना की गयी है। महिला आई०टी०आई० एवं सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई० की स्थापना की गयी है। बेतिया में मेडिकल कॉलेज एवं 500 बेड के अस्पताल की स्थापना की गयी है। जीएनएम संस्थान एवं पारा मेडिकल संस्थान की भी स्थापना की गयी है। बेतिया में 2 हजार क्षमता के चम्पारण सभागार का निर्माण कराया गया है। इसके साथ ही पश्चिम चम्पारण जिले में अनेक पथों एवं पुलों का निर्माण कराया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंडक नदी पर बेतिया गोपालगंज तथा घनहा-रतबल पुलों का निर्माण कराया गया है। बेतिया से बगहा तथा बेतिया से लौरिया तक सड़कों का निर्माण कराया गया है। वाल्मीकिनगर में ईको टूरिज्म का विकास कराया गया है। यहाँ पर 3 चीजें पहाड़, नदी एवं जंगल मौजूद है इसलिए बड़ी संख्या में लोग यहाँ आते हैं। हम भी यहाँ हर साल आते रहे हैं। वाल्मीकिनगर में सभागार एवं गेस्ट हाऊस का निर्माण कराया गया है। पश्चिम चम्पारण के थरूहट क्षेत्र का विकास कराया गया है। पश्चिम चम्पारण जिले के 238 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कराया गया है, बचे हुये पंचायत सरकार भवनों का काम तेजी से चल रहा है, जो इसी साल पूरा हो जायेगा। 23 दिसम्बर, 2024 को प्रगति यात्रा के दौरान हम पश्चिम चम्पारण जिला आये थे, यहाँ जो भी कमी रह गयी थी, उसका आकलन कर 8 योजनाओं की स्वीकृति दे दी गयी है। इन सभी योजनाओं पर काम चल रहा है, जिसमें गंडक नदी के पार वाले प्रखंडों के लिए डिग्री कॉलेज खोला गया है। 

बेतिया शहर की मुख्य सड़क सर्किट हाउस, स्टेडियम, होते हुए बेतिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल जाती है उसका चौड़ीकरण किया जा रहा है। बेतिया के स्टेडियम में आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। बेतिया शहर में बाईपास निर्माण तुरंत कराया जा रहा है। बेतिया जिले में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है। मदनपुर से उत्तरप्रदेश के पनियहवा तक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इनरवा से वाल्मीकिनगर तक दोन कैनाल पर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। वाल्मीकिनगर में लव-कुश पार्क का निर्माण किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेतिया विधानसभा क्षेत्र में कई काम कराए गए हैं। यहां स्वास्थ्य एवं शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की गयी है तथा पथों का निर्माण कराया गया है। आप सभी जानते हैं कि अब लगभग सभी को मुफ्त बिजली दी जा रही है। सभी को अधिक से अधिक बिजली मिले इसके लिए 1 विद्युत ग्रिड उपकेन्द्र तथा 2 विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण कराया गया है। किसानों को सिंचाई के लिए 2 कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है। इस विधानसभा में सिंचाई हेतु पूर्वी गंडक नहर का जीर्णोद्धार कराया गया है। साथ ही सिकरहना दायां तटबंध का निर्माण कराया जा रहा है। बेतिया विधानसभा में गाँधी स्मृति भवन, शहीद पार्क एवं अन्य पर्यटकीय सुविधाओं का विकास किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पूर्व बिहार ऐसी हालत में था कि लोग परेशान थे, पूरे राज्य में डर एवं भय का माहौल था। उस समय बिहार में न सही ढंग से पढ़ाई की व्यवस्था थी, न इलाज की, न बिजली की और न सड़क की। पहले की सरकार ने कुछ काम नहीं किया। जब से हमारी सरकार बनी है तब से कानून का राज है। कोई झगड़ा-झंझट नहीं होता है। सभी विकास कार्यों को तेजी से किया जा रहा है। आगे और ज्यादा काम किया जाएगा। जहां जो भी कमी रहेगी उसे पूरा किया जाएगा। देश की प्रगति में बिहार अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा।

कार्यकर्ता संवाद कार्यकम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केन्द्रीय राज्यमंत्री सतीश चन्द्र दुबे, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री  जनक राम, राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा, सांसद डॉ. संजय जायसवाल, विधायक उमाकांत सिंह, विधायक नारायण प्रसाद, विधायक विनय बिहारी, विधायक रश्मि वर्मा समेत एनडीए घटक दलों के सभी जिलाध्यक्ष एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।