देश में समुद्र के सीने पर बन रहा अद्भुत ब्रिज, नीचे समुद्री जहाज, ऊपर चलेगी ट्रेन, गजब का होगा नजारा !
New Pamban Bridge Construction: रामेश्वरम द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए रेलवे द्वारा बनाए जा रहे पंबन रेलवे ब्रिज का 87 फीसदी काम पूरा हो चुका है. नया पुल, वर्तमान पंबन रेलवे पुल की जगह लेगा जो 104 साल पुराना है. न्यू पंबन पुल देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज है. इसके ऊपर से जहां 80 की स्पीड से रेलगाड़ी दौड़ेगी, वहीं नीचे से समु्द्री जहाज निकल सकेंगे !
हर साल लाखों तीर्थयात्री रामेश्वरम में विश्वप्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं. आपको बता दे कि नया पंबन ब्रिज पंबन और रामेश्वरम के बीच रेल यातायात को बढ़ाएगी. धनुषकोडी की यात्रा पर जाने वाले यात्री भी इस नए ब्रिज का इस्तेमाल करेंगे.
दरअसल रेलवे मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि 2.1 किलोमीटर लंबे इस पुल का 87 फीसदी फिजिकल वर्क पूरा हो चुका है. वहीं पाइल, पाइल कैप, सब स्ट्रक्चर और अप्रोच स्पैन गर्डर के फैब्रिकेशन का काम पूरा हो चुका है.बता दे इस पुल के लिए 99 अप्रोच स्पैन लगने हैं. इनमें से 70 लॉन्च हो गए हैं.
यह पुल इलेक्ट्रो-मैकेनिकल कंट्रोल्ड सिस्टम से ऑपरेट होगा. ट्रेन के कंट्रोल सिस्टम से इसे जोड़ा जाएगा. 58 मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यदि हवाएं चलेंगी तो ऑटोमेटिक तरीके से अलर्ट सिग्नल जारी हो जाएगा और यदि कोई मैनुअल तरीक़े से ट्रेन का रास्ता क्लियर भी कर देता है तब भी ट्रेन को खतरे का सिग्नल मिल जाएगा.
आपको बता दे कि आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बनाया जा रहा नया पुल 90 डिग्री के कोण पर ऊपर की ओर खुलेगा. दरअसल इसका 72.5 मीटर का हिस्सा (स्पैन) अपने दोनों तरफ़ लगी लिफ़्टों के माध्यम से ऊपर की ओर इतना उठ जाएगा कि उसके नीचे से समुद्री जहाज गुज़र सकेंगे.
गौरतलब है कि पुराने पुल में 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन गुजरती है जबकि नए पुल में 80 किमी/घंटा की रफ्तार से ट्रेन दौड़ेगी. इस पर दो पटरियां बिछाई जाएंगी. हालांकि पुराना ब्रिज सिंगल लाइन का है.
आपको बताते चले कि नए ब्रिज में पिलर की गहराई 35 मीटर है. पुराने ब्रिज में एक सामान्य स्पैन 12 मीटर का है यानी दो पिलर की दूरी 12 मीटर की है जबकि नए ब्रिज में ये दूरी 18 मीटर की रखी गई है.