अस्पताल संचालिका की हत्या में पुलिस के हाथ खाली, कहीं अपनों की साजिश का शिकार तो नहीं हुईं सुरभि राज?

राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र स्थित धुनकी मोड़ पर बीते शनिवार को अपराधियों ने एशिया अस्पताल की संचालिका सुरभि राज की गोली मारकर हत्या कर दी। इस निर्मम हत्याकांड के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन अबतक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।

अस्पताल संचालिका की हत्या में पुलिस के हाथ खाली, कहीं अपनों की साजिश का शिकार तो नहीं हुईं सुरभि राज?

PATNACITY : राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र स्थित धुनकी मोड़ पर बीते शनिवार को अपराधियों ने एशिया अस्पताल की संचालिका सुरभि राज की गोली मारकर हत्या कर दी। इस निर्मम हत्याकांड के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन अबतक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। हत्या के तरीके और घटनास्थल पर मिले सुरागों के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अपराधियों ने पहले साजिश रची, और मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दिया।

सूत्रों के मुताबिक, सुरभि राज की हत्या उनके अस्पताल के चैंबर में की गई। कहा जा रहा है कि अपराधी पहले से ही अस्पताल के ही बाथरूम में घात लगाए बैठे थे। जैसे ही सुरभि अपने चैंबर में पहुंचीं, उनपर पीछे से गोलियां दाग दी गईं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि चैंबर में गोलियों के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं। वारदात के बाद अपराधियों ने सबूत मिटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को घटनास्थल से पांच खोखे बरामद हुए हैं। हालांकि, हत्या में इस्तेमाल हथियार अभी तक बरामद नहीं हुए हैं। 

हत्या के पीछे गहरी साजिश की आशंका जताई जा रही है। सुरभि के करीबियों की भूमिका साजिश के शक को और गहरा रही है। जानकारी के मुताबिक, सुरभि राज बीते एक महीने से लगातार अस्पताल आ रही थीं, और इसी दौरान उनकी हत्या की साजिश रची गई। बताया जा रहा है कि उन्होंने अस्पताल में एक कर्मचारी मोनी उर्फ ऋतंभरा को इस बात की जिम्मेदारी दी थी कि वह उनके पति रोशन और अन्य स्टाफ पर नजर रखे।

इसी बीच एक और नाम सामने आ रहा है सोनी उर्फ रश्मि का, जो अस्पताल में स्टाफ थी और सुरभि की काफी करीबी मानी जाती थी। वहीं, सुरभि और उनके पति रोशन के बीच संबंधों में खटास की खबरें भी सामने आ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, रोशन का किसी और महिला के साथ अफेयर था, जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद था। हत्या से एक दिन पहले सुरभि ने अपने बेटे का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया था। पार्टी के बाद सोनी और मोनी को उनके घर छोड़ने के बाद सुरभि अपने घर लौटीं। उसी रात उनका पति के साथ किसी बात पर विवाद हुआ। यह झगड़ा कितना गंभीर था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अगले ही दिन उनकी हत्या हो गई।

हत्या के बाद से सुरभि का परिवार सदमे में है और कुछ भी कहने से बच रहा है। परिजनों का कहना है कि वे खुद भी खतरे में हैं और खुलकर कुछ भी बोलने से उनकी जान जा सकती है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या परिवार को हत्यारे के बारे में जानकारी है? कहीं डर की वजह से तो वे कुछ नहीं बोल पा रहे? फिलहाल, पुलिस जांच में जुटी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अपराधी कानून के शिकंजे में होंगे। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह हत्या किसी करीबी ने ही करवाई? क्या सुरभि राज का कोई अपना इस साजिश में शामिल है? क्या पुलिस इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में कामयाब होगी? वहीं, इस मामले में सिटी एएसपी अतुलेश झा से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि अनुसंधान जारी है। पुलिस जल्द ही अपराधियों तक पहुंचेगी।