भाई की मौजूदगी में हुई थी गोपालगंज के छात्र की हत्या, एसआइटी की जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के मनीछापर गांव में छात्र आशु आलम की गोली मारकर हत्या के मामले में एसआइटी की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए बताया कि यह हत्या मृतक के सगे बड़े भाई मेराज आलम की मौजूदगी में हुई थी। मामले में पुलिस ने मेराज आलम सहित दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

भाई की मौजूदगी में हुई थी गोपालगंज के छात्र की हत्या, एसआइटी की जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

GOPALGANJ : गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के मनीछापर गांव में छात्र आशु आलम की गोली मारकर हत्या के मामले में एसआइटी की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए बताया कि यह हत्या मृतक के सगे बड़े भाई मेराज आलम की मौजूदगी में हुई थी। मामले में पुलिस ने मेराज आलम सहित दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

 शनिवार को हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि छात्र की हत्या बाइक लूटकांड के बाद हुई थी। हत्याकांड में मृतक का बड़ा भाई मेराज आलम और उचकागांव थाना क्षेत्र के रघुरा गांव निवासी मेराज अली उर्फ मेराज मियां शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपितों ने फुलवरिया थाना क्षेत्र के मांझा गोसाई गांव में हथियार के बल पर एक बाइक की लूट की थी। लूट के बाद ग्रामीणों ने पीछा किया तो एक अपराधी चंवर में छिप गया। अन्य दो अपराधी, जिनमें मृतक का भाई मेराज आलम भी शामिल था, हथुआ की ओर बाइक से भाग निकले। कुछ देर बाद चंवर में छिपे अपराधी ने दोनों साथियों को फोन कर बुलाया।

 जब दोनों वापस उसे लेने जा रहे थे, उसी समय कोचिंग से लौट रहे छात्र आशु आलम ने अपने भाई मेराज आलम को देखकर हाथ देकर बाइक रोकने की कोशिश की ताकि वह उसके साथ घर जा सके। इस दौरान पीछे बैठे मेराज अली को शक हुआ कि छात्र गांव का लड़का है और पकड़वाने की कोशिश कर रहा है। उसने बाइक रुकते ही आशु को सीने में गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। गोली चलाने वाला आरोपी घटनास्थल से फरार हो गया। एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया है और तीसरे आरोपी की तलाश में छापेमारी जारी है। इस हत्याकांड से इलाके में सनसनी फैल गयी है।

पुलिस का कहना है कि मनीछापर गांव में कोलापट्टी के रहनेवाले छात्र आशु आलम की गोली मारकर हत्या हुई, तब उसका भाई मेराज ही उसे लेकर हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचा था, जहां उसने डॉक्टरों को सड़क दुर्घटना में घायल होने की जानकारी दी थी। डॉक्टरों ने गोली लगने से मौत होने की बात जैसे ही बतायी, वह हंगामा करने लगा और स्वास्थ्यकर्मियों से उलझ गया। सदर अस्पताल में भी पहुंचने पर मृतक के भाई ने पुलिस को गुमराह किया और सड़क दुर्घटना में मौत होने की बात कही थी।