मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्ध को किया नमन, बौद्ध भिक्षुओं के साथ बैठकर विश्व शांति के लिए की मंगल कामना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को भगवान बुद्ध की जयंती के अवसर पर बुद्ध स्मृति पार्क में आयोजित विशेष कार्यक्रम में भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री को बौद्ध भंते द्वारा बुद्ध स्मृति पार्क में स्थापित भगवान बुद्ध की प्रतिमा, बोधगया के बोधिवृक्ष, आनंद बोधि वृक्ष तथा श्रीलंका के अनुराधापुरम से लाये गए बोधि वृक्ष की पूजा-अर्चना करायी गई।

PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को भगवान बुद्ध की जयंती के अवसर पर बुद्ध स्मृति पार्क में आयोजित विशेष कार्यक्रम में भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री को बौद्ध भंते द्वारा बुद्ध स्मृति पार्क में स्थापित भगवान बुद्ध की प्रतिमा, बोधगया के बोधिवृक्ष, आनंद बोधि वृक्ष तथा श्रीलंका के अनुराधापुरम से लाये गए बोधि वृक्ष की पूजा-अर्चना करायी गई।
मुख्यमंत्री ने बुद्ध स्मृति पार्क स्थित पाटलिपुत्र करुणा स्तूप में भगवान बुद्ध की पवित्र अस्थि अवशेषों की पूजा अर्चना की, परिक्रमा की और ध्यान किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने बौद्ध भिक्षुओं के साथ बैठकर विश्व शांति के लिए मंगल कामना की तथा राज्य एवं देश की सुख, समृद्धि एवं अमन चैन की कामना की। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने विपश्यना केंद्र जाकर वहां की सारी व्यवस्थाओं की जानकारी ली और ध्यान भी किया। विपश्यना केंद्र के संचालकों ने विपश्यना केंद्र के निर्माण एवं वहां उपलब्ध करायी जानेवाली सुविधाओं को लेकर मुख्यमंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी, नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार, सांसद संजय कुमार झा, सांसद देवेश चन्द्र ठाकुर, पटना की महापौर सीता साहू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक वरबड़े, पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, नगर आयुक्त अनिमेश परासर, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण, बौद्ध भंते एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने 1 अणे मार्ग स्थित आवास पहुंचकर बौद्ध शिला तथा बोधिवृक्ष की पूजा-अर्चना की तथा राज्य एवं देश की सुख, समृद्धि एवं अमन-चैन की कामना की।