क्यों चर्चा में हैं जहानाबाद की अनामिका शर्मा, साहसिक कारनामे को पूरा देश कर रहा सलाम

जहानाबाद की रहने वाली अनामिका शर्मा ने अपने कार्यों से एक बार फिर जिला एवं पूरे बिहार का नाम रौशन किया है ।अनामिका शर्मा ऑपरेशन सिंदूर के नाम से लगभग 12000 फीट ऊंची झंडा लहराई है‌। अनामिका शर्मा के इस कारनामे से उसके गांव के लोगों में काफी खुशी देखी जा रही है। गांव के लोगों का कहना है कि अनामिका शर्मा एक बहादुर लड़की है, इस बेटी पर पूरे गांव ही नहीं, पूरे समाज एवं जिले को नाज है।

क्यों चर्चा में हैं जहानाबाद की अनामिका शर्मा, साहसिक कारनामे को पूरा देश कर रहा सलाम

JEHANABAD ; जहानाबाद की रहने वाली अनामिका शर्मा ने अपने कार्यों से एक बार फिर जिला एवं पूरे बिहार का नाम रौशन किया है ।अनामिका शर्मा ऑपरेशन सिंदूर के नाम से लगभग 12000 फीट ऊंची झंडा लहराई है‌। अनामिका शर्मा के इस कारनामे से उसके गांव के लोगों में काफी खुशी देखी जा रही है। गांव के लोगों का कहना है कि अनामिका शर्मा एक बहादुर लड़की है, इस बेटी पर पूरे गांव ही नहीं, पूरे समाज एवं जिले को नाज है। 

जहानाबाद अनामिका शर्मा ने एक बार फिर से बिहार समेत पूरे देश का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। इस बार देश की सबसे कम उम्र की स्काई डाइवर ने भारतीय सेना को अनोखे अंदाज में सलामी दी है और थाईलैंड के बैंकॉक में 12000 फीट की ऊंचाई पर ऑपरेशन सिंदूर का झंडा लहराया है। अनामिका के हाथ में 12000 फीट की ऊंचाई पर ऑपरेशन सिंदूर का ध्वज था। 

अनामिका की इतनी ऊंचाई से साहसिक छलांग पांच जून को भारतीय समयानुसार सुबह 11 बजे लगाई। अनामिका शर्मा के पिता  एक फौजी हैं। सेना के शौर्य के सम्मान में अनामिका ने थाईलैंड के बैंकॉक में 12000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई है। अनामिका के दादा सत्येंद्र शर्मा ने बताया कि संघर्ष के परिणाम से ही कुछ अच्छा निकलकर सामने आता है। यह बताकर काफी अच्छा लग रहा है, एक छोटे से कस्बे से बाहर आकर इतनी बड़ी बड़ी छलांग लगा रही है। 

दरअसल, भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। ऑपरेशन सिंदूर को लगभग एक महीना बीत गया है। सेना के सम्मान में पूरे देश से तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। अब रिटायर्ड एयरफोर्स जवान की बेटी ने अनोखे स्टाइल में देश की सेना को सम्मान देने का काम किया है। अनामिका शर्मा का पूरा परिवार उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रहता है। उनके पिताजी का नाम अजय कुमार शर्मा हैं, जो की रिटायर्ड एयरफोर्स जवान हैं।

इससे पहले भी अनामिका शर्मा ने थाईलैंड के बैंकॉक में ही कुंभ ध्वज फहराया था। उस समय से ही बिहार की बेटी चर्चा में थीं। बता दें कि अनामिका शर्मा बिहार के जहानाबाद जिला स्थित कनौली गांव की रहने वाली हैं।पैतृक घर पर उनके दादा रहते हैं। पिताजी की नौकरी हो गई, जिसके चलते अनामिका का परिवार प्रयागराज में रहने लगे। अनामिका शर्मा के गांव के लोगों का भी कहना है कि हम लोगों को अपनी गांव के बेटी के द्वारा किए गए कारनामे से छाती चौड़ा हो गया है।