एसटीएफ सक्रिय ना होती तो ये अपराधी 11 लोगों की कर देते हत्या..जानिए, तीन माह में एसटीएफ ने कैसे वारदातें रोक अपराधियों को दबोचा

तीन माह में ही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 16 वारदातों को रोककर अपराधियों को मौके से ही गिरफ्तार किया। इसमें हत्या के सर्वाधिक 11 वारदातें एसटीएफ ने रोकीं और योजना बनाते ही बदमाशों को दबोच लिया।

एसटीएफ सक्रिय ना होती तो ये अपराधी 11 लोगों की कर देते हत्या..जानिए, तीन माह में एसटीएफ ने कैसे वारदातें रोक अपराधियों को दबोचा

PATNA : तीन माह में ही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 16 वारदातों को रोककर अपराधियों को मौके से ही गिरफ्तार किया। इसमें हत्या के सर्वाधिक 11 वारदातें एसटीएफ ने रोकीं और योजना बनाते ही बदमाशों को दबोच लिया। मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर 2024 में चार, जनवरी 2025 में चार और फरवरी में आठ से अधिक वारदातों की योजना बनाते अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इसमें हत्या के सबसे अधिक 11 वारदातों को होने से रोका गया। लूट या डकैती की पांच वारदातों को भी नाकाम किया गया।  वारदात से पहले ही एसटीएफ ने गुप्तचर, जनसहयोग और तकनीकी विश्लेषण के जरिए पता लगाकर इन वारदातों को रोकने में कामयाबी पाई।

पुलिस मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2024 में चार आपराधिक वारदातों को विफल किया गया, जिसमें हत्या के दो एवं डकैती या लूट से जुड़े दो मामले शामिल हैं। इसी प्रकार इस वर्ष जनवरी में हत्या की तीन के अलावा लूट या डकैती के दो तथा फरवरी में हत्या के छह एवं डकैती या लूट के दो वारदातों को नाकाम करने में एसटीएफ को सफलता मिली। इस तरह कुल 16 से अधिक वारदातों को अंजाम देने से पहले ही एसटीएफ ने नाकाम कर दिया। बताया गया है कि एसटीएफ की एक विशेष टीम आपराधिक वारदात में शामिल सक्रिय अपराधियों या गिरोह के सदस्यों का पता लगाने में सतत जुटी रहती है। किसी वारदात के बाद संबंधित कई पहलुओं पर विश्लेषण करने के बाद अपराधियों के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र की जाती है।

चार दिसंबर को पटना के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल पंकज राय को अवैध हथियार के साथ पटना के दीघा से गिरफ्तार किया गया। उस समय वह अन्य अपराधियों के साथ बिल्ला गैंग के सक्रिय सदस्य दीपक राय की हत्या की योजना बना रहा था। 12 दिसंबर को राज्य के इनामी अंतरराज्यीय अपराधी अजय पासवान को झारखंड के चतरा के हंटरगंज थाना के पिंडरा से अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। वह अपने गैंग के साथ बैंक डकैती की योजना बना रहा था। मुजफ्फरपुर के टॉप-10 अपराधियों में शामिल सुबोध महतो को जिले के करजा थाना के खलीलपुर से गिरफ्तार किया गया। वह करजा थाना निवासी हेमन राय की हत्या की फिराक में था। 

आठ जनवरी 2025 को गया में एक ज्वेलरी दुकान को लूटने की योजना बना रहे अपराधी प्रकाश कुमार को गया से दो सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया गया। सात फरवरी को शुभम कुमार को अन्य अपराधियों के साथ पटना के मोकामा से गिरफ्तार किया गया है। इसके मोबाइल को सर्विलांस पर रखते हुए पूरे गैंग को दबोचने में सफलता मिली। इनकी योजना दो मोटरसाइकिल सवार को गोली मारकर हत्या करने की थी। 17 फरवरी को पटना के कुख्यात अपराधी गिरोह शालू उर्फ फ्रैक्चर, चांद, अभिषेक और बंटी खान को शहर के सोनार टोली से गिरफ्तार किया गया। इनकी योजना पटनासिटी इलाके में किसी बड़ी लूट की योजना को अंजाम देने की थी। इन अपराधियों ने इस इलाके में रंगदारी वसूलने की नीयत से फायरिंग करके दहशत फैलाने का काम किया था।