सीएम का निर्देश : निर्माणाधीन एसडीआरएफ मुख्यालय तथा बिहटा-दानापुर एलिवेटेड सड़क का तेजी से पूरा करें निर्माण
बिहटा-दानापुर एलिवेटेड परियोजना की लंबाई 25.081 किलोमीटर है जो दानापुर रेलवे स्टेशन से शुरु होकर कोईलवर ब्रिज को संपर्कता प्रदान करेगी। इस परियोजना की लागत 1969.39 करोड़ रुपये है, जिसका निर्माण सीईगल इंडिया लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इस परियोजना की प्रारंभ तिथि 11 मार्च 2024 है, जबकि समापन तिथि 06 सितबर 2026 निर्धारित की गयी है। बिहटा-दानापुर एलिवेटेड परियोजना का पहला पड़ाव निर्धारित समय से 2 महीने पहले ही पूर्ण हो चुका है और वर्तमान प्रगति 30.07 प्रतिशत है। इस फोरलेन एलिवेटेड पथ में कुल 387 पिलर है, जिनमें से 289 का कार्य प्रगति पर है। इसमें 4 बड़े पुल, 10 छोटे पुल, 37 पुलिया और 1 अंडरपास है, जिसका कार्य प्रगति पर है।

PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिहटा में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) मुख्यालय परिसर का निरीक्षण कर निर्माणाधीन भवनों के निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक भवन के प्रथम तल एवं तृतीय तल का निरीक्षण कर उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। प्रशासनिक भवन के ऊपरी तल पर जाकर मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ मुख्यालय प्रांगण में नवनिर्मित एवं निर्माणाधीन भवनों तथा आसपास के इलाकों का मुआयना कर अधिकारियों से निर्माण कार्य की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को राज्य आपदा मोचन बल, मुख्यालय के प्रस्तावित मॉडल के माध्यम से निर्माणाधीन कैंपस के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल के मुख्यालय परिसर में प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, प्रशिक्षण केंद्र, क्वार्टर मास्टर स्टोर, बाढ़ राहत के प्रशिक्षण हेतु राष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पुल, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए आवासन, जवानों के लिए बैरक, चिकित्सकों के लिए आवासन, खेल-खूद की व्यवस्था जैसी हर जरुरी सुविधाएं विकसित की जा रही है। अधिकांश भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य आपदा मोचन बल के मुख्यालय परिसर में बचे हुए निर्माण कार्यों में तेजी लाकर इसे जल्द पूर्ण करायें। इस मुख्यालय परिसर तक सुगमतापूर्वक आवागमन हो सके, इसका ख्याल रखें। राज्य आपदा मोचन बल के मुख्यालय परिसर के नवनिर्मित भवनों पर सोलर पैनल का अधिष्ठापन सुनिश्चित कराएं, इससे बहुत फायदा होगा। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने सभी सरकारी भवनों पर सोलर पैनल लगाने का निर्णय लिया है और इस दिशा में काम पहले से हो रहा है।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन बिहटा-दानापुर एलिवेटेड सड़क का निरीक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह निर्माणाधीन एलिवेटेड पथ फोरलेन होगा, जिसमें चार बाईपास (नेऊरागंज, पैनाल, कन्हौली और विशुनपुरा) होंगे। यह पटना-बक्सर फोरलेन सड़क का अहम हिस्सा है।
ज्ञातव्य है कि बिहटा-दानापुर एलिवेटेड परियोजना की लंबाई 25.081 किलोमीटर है जो दानापुर रेलवे स्टेशन से शुरु होकर कोईलवर ब्रिज को संपर्कता प्रदान करेगी। इस परियोजना की लागत 1969.39 करोड़ रुपये है, जिसका निर्माण सीईगल इंडिया लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इस परियोजना की प्रारंभ तिथि 11 मार्च 2024 है, जबकि समापन तिथि 06 सितबर 2026 निर्धारित की गयी है। बिहटा-दानापुर एलिवेटेड परियोजना का पहला पड़ाव निर्धारित समय से 2 महीने पहले ही पूर्ण हो चुका है और वर्तमान प्रगति 30.07 प्रतिशत है। इस फोरलेन एलिवेटेड पथ में कुल 387 पिलर है, जिनमें से 289 का कार्य प्रगति पर है। इसमें 4 बड़े पुल, 10 छोटे पुल, 37 पुलिया और 1 अंडरपास है, जिसका कार्य प्रगति पर है।
इस परियोजना के पूर्ण होने से कोईलवर से दानापुर तक यातायात सुगम होगा और सुचारु रूप से वाहनों का परिचालन होने से ईंधन तथा समय की भी बचत होगी। यह परियोजना बिहटा हवाई अड्डे को विशेष कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, साथ ही पटना की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
इस अवसर पर विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुदुकलकट्टी, बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. कुमार, राज्य आपदा मोचन बल के कमांडेंट राजेश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।