आयुष्मान कार्ड एवं वय वंदना कार्ड निर्माण के लिए अब 30 मई तक विशेष अभियान, निःशुल्क इलाज के लिए हर व्यक्ति का कार्ड अनिवार्य

राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 26 मई 2025 से शुरू हुए आयुष्मान कार्ड और वय वंदना कार्ड निर्माण विशेष अभियान को लाभार्थियों की उत्साहजनक भागीदारी को देखते हुए 30 मई 2025 तक विस्तारित कर दिया गया है।

आयुष्मान कार्ड एवं वय वंदना कार्ड निर्माण के लिए अब 30 मई तक विशेष अभियान, निःशुल्क इलाज के लिए हर व्यक्ति का कार्ड अनिवार्य

PATNA : राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 26 मई 2025 से शुरू हुए आयुष्मान कार्ड और वय वंदना कार्ड निर्माण विशेष अभियान को लाभार्थियों की उत्साहजनक भागीदारी को देखते हुए 30 मई 2025 तक विस्तारित कर दिया गया है। इसका उद्देश्य अधिकाधिक लाभुकों को आयुष्मान कार्ड एवं आयुष्मान वय वंदना कार्ड से आच्छादित करना है| 

इस अभियान के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के अंतर्गत आने वाले राशन कार्डधारी परिवारों का आयुष्मान कार्ड एवं 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों का आयुष्मान वय वंदना कार्ड का निर्माण निम्नलिखित माध्यमों से किया जा रहा है :-

आशा कार्यकर्ता एवं जीविका दीदी के द्वारा| 

सभी पंचायत भवन में पंचायती राज कार्यपालक सहायक के द्वारा| 

सभी स्थानीय निकाय के वार्ड कार्यालय में|

सभी महादलित टोला में विकास मित्र के द्वारा|

सभी सरकारी अस्पतालों के डिजिटल काउंटर/आयुष्मान काउंटर पर| 

नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर VLE के द्वारा| 

सभी प्रखंड कार्यालय में ऑपरेटर के द्वारा| 

Ayushman App या Beneficiary.nha.gov.in के माध्यम से|

इस अभियान का मुख्य लक्ष्य लाभुक परिवार के हर सदस्य को आयुष्मान कार्ड से आच्छादित करना है। सिर्फ एक सदस्य का कार्ड पर्याप्त नहीं; सभी को निःशुल्क इलाज सुनिश्चित करने के लिए हर व्यक्ति का कार्ड अनिवार्य है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत राशन कार्डधारी परिवार और 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज पा सकते हैं।