मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल कार्यालय पर दलालों का कब्जा, मंत्री ने अपर मुख्य सचिव से मांगी रिपोर्ट

राज्य के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल कार्यालय के कार्यों में दलालों के दखल की जानकारी आम लोगों से मिलने पर पूरे मामले की जांच का निर्देश विभागीय अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को दिया है। इसके बाद अपर मुख्य सचिव श्री सिंह ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट एक पखवाड़े के भीतर मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी से मांगी है।

मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल कार्यालय पर दलालों का कब्जा, मंत्री ने अपर मुख्य सचिव से मांगी रिपोर्ट
Image Slider
Image Slider
Image Slider

PATNA : राज्य के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल कार्यालय के कार्यों में दलालों के दखल की जानकारी आम लोगों से मिलने पर पूरे मामले की जांच का निर्देश विभागीय अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को दिया है। इसके बाद अपर मुख्य सचिव श्री सिंह ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट एक पखवाड़े के भीतर मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी से मांगी है। 

मंत्री श्री सरावगी शनिवार को राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने  मुजफ्फरपुर पहुंचे थे। इस दौरान आमलोगों समेत कई पार्टी कार्यकर्ताओं से मुशहरी अंचल कार्यालय की कार्यप्रणाली और वहां दलालों के दखल की शिकायत मिली। इसके बाद मंत्री सरावगी ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एसीएस श्री सिंह से बात कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। 

बताते चलें कि शहर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र में मंगलवार की शाम को जमीन कारोबारी जावेद और उसके सहयोगी राजू साह की हत्या के बाद उनकी स्कूटी से भारी मात्रा में दाखिल-खारिज समेत राजस्व से संबंधित विभिन्न कागजात की बरामदगी हुई थी। जावेद के निजी कार्यालय से कई हल्का कर्मचारियों के सरकारी डोंगल समेत रजिस्टर टू का मूल दस्तावेज भी बरामद होने की बात सामने आई है।

 इसके बाद पुलिस अंचल कार्यालय के तीन कर्मचारियों समेत दर्जनभर लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। प्रारंभिक जांच में ये भी पता चला है कि दोनों स्थानीय हल्का कार्यालय से ही निकलकर चाय पीने जिला स्कूल के गेट पर पहुंचे थे। इसी दौरान चाय दुकान पर मौजूद कुछ लोगों से उनका विवाद के पश्चात हाथापाई भी हुई थी। 

इसी के कुछ देर बाद बाइक सवार अपराधी पहुंचे और दोनों पर अंधाधुंध गोली चला दी थी। इस घटना में दोनों की मौत हो गई थी। पुलिस जांच में ये बात सामने आई है कि जावेद का कई वर्षों से मुशहरी अंचल कार्यालय पर दबदबा था। वह लोगों से काम कराने के एवज में मोटी रकम वसूलता था। इसकी शिकायत निगरानी विभाग में भी की गई थी।